
जालन्धर के व्यापारी लोग दहशत की जिन्दगी जीने को मजबूर
जालन्धर (अमरजीत सिंह लवला)
पिछले कई महीनों से जालन्धर के लोग दहशत की जिन्दगी जीने को मजबूर है। यहाँ का व्यापारी वर्ग इस खोफ में रहता है कि शाम को अपना कारोबार बंद कर घर जाने को होता है। तो वह इसी खोफ में रहता है कि कही कोई अपराधी उस पर हमला ना बोल दे। यह बात अंतर्राष्ट्रीय मानव अधिकार ऑब्जर्वर्स पँजाब की महासचिव आरती राजपूत ने एक प्रेसविज्ञप्ति जारी करते हुए कही।
उन्होंने कहा जालन्धर में जिस प्रकार से अपराधी दिन दिहाड़े हथियार दिखा कर लूटपाट कर रहे हैं। और पुलिस विभाग इन अपराधियो पर नकेल कसने की बजाय आराम से बेठा है। अभी तक पिछले दिनों शहर में हुई वारदातों में पुलिस महज ब्यान बाजी करने के इलावा कुछ नही कर पाई है।
आरती राजपूत ने कहा कि पंजाब को यूपी, बिहार नही बनने दिया जायेगा, ओर अगर जल्द ही जालन्धर पुलिस ने इन अपराधियों पर नकेल नही कसी तो उनकी पूरी टीम पँजाब पुलिस के उच्च अधिकारियों, मुख्यमंत्री पँजाब, राज्यपाल से मुलाकात कर बातचीत करेगी। और व्यापारी वर्ग की समस्याओं से उनको अवगत करवायेगी।



