
समाज को खुश देखने वाला व्यक्ति परोपकारी होता–नवजीत भारद्वाज
मां बगलामुखी धाम गुलमोहर सिटी में हुआ श्री शनिदेव महाराज के निमित्त श्रृंखलाबद्ध हवन यज्ञ
जालंधर (ग्लोबल आजतक, अमरजीत सिंह लवला)
मां बगलामुखी धाम गुलमोहर सिटी नजदीक लम्मां पिंड चौक में श्री शनिदेव महाराज के निमित्त श्रृंखलाबद्ध हवन यज्ञ का आयोजन मंदिर परिसर में किया गया। मां बगलामुखी धाम के संचालक एवं संस्थापक नवजीत भारद्वाज ने बताया श्री शनिदेव महाराज के निमित्त यह हवन पिछले लगभग 7 महीने से मां बगलामुखी धाम गुलमोहर सिटी में आयोजित किया जा रहा है।
सर्व प्रथम मुख्य यजमान गुलशन शर्मा से वैदिक रीति अनुसार गौरी गणेश, नवग्रह, पंचोपचार, षोडशोपचार, कलश, पूजन उपरांत पंडित अविनाश गौतम एवं पंडित पिंटू शर्मा ने आए हुए सभी भक्तों से हवन-यज्ञ में आहुतियां डलवाई। इस सप्ताह श्री शनिदेव महाराज के जाप उपरांत मां बगलामुखी जी के निमित्त भी माला मंत्र जाप एवं हवन यज्ञ में विशेष रूप आहुतियां डाली गई।
हवन-यज्ञ की पूर्णाहुति के उपरांत नवजीत भारद्वाज ने आए हुए भक्तों से अपनी बात कहते हुए कहा, कि अपनी भलाई के लिए तो हर व्यक्ति सोचता है। परंतु जो व्यक्ति दूसरों की भलाई के बारे में सोचता है, वहीं महान होता है। बडा वही होता है जो सारे संसार को खुश देखना चाहता हो। अपने आस-पास और समाज को खुश देखने वाला व्यक्ति परोपकारी होता है। वह अपनी चिंता के साथ साथ दूसरों की चिंता भी करता है। ऐसे व्यक्ति लोक भलाई के लिए कोई भी कुर्बानी दे सकते हैं।
नवजीत भारद्वाज ने आगे फरमाया कि परोपकारी और लोक भलाई ऐसे गुण हैं। जिनको अपना कर व्यक्ति को मानसिक सुख और संतुष्टि प्राप्त होती है। ऐसे व्यक्तियों को लोक लम्बे समय तक याद रखते हैं। उन्होंने कहा कि दूसरों का भला करने से बड़ा और कोई पुण्य नहीं और दूसरों को दुख देने से बड़ा और कोई पाप नहीं। सच्चा मनुष्य वही होता है, जो दूसरों की खुशी के लिए अपनी खुशी कुर्बान करता है।
इस अवसर पर अमरेंद्र कुमार शर्मा, रोहित बहल, गोपाल मालपानी, विक्रांत शर्मा, मोहित बहल, अश्विनी शर्मा धूप वाले, राजेश महाजन, मुकेश चौधरी, राहुल शर्मा, अमरेंद्र शर्मा, संजीव शर्मा, यज्ञदत्त, मानव शर्मा, प्रदीप शर्मा, राजीव, प्रिंस, राकेश, प्रवीण, दीपक, प्रिंस, सुनील जग्गी, सहित भारी संख्या में श्रद्धालु मौजूद थे।
सैनीटाइजेशन एवं सोशल डिस्टेंस का खास ध्यान रखा गया। आरती उपरांत प्रसाद रूपी लंगर भंडारे का भी आयोजन किया गया।



