
ट्वीट करने वाली हिन्दू छात्रा से मैनेजमेंट द्वारा माफी मंगवाने के बाद मामला शांत, अब हिन्दुओं में नाराजगी जालंधर ग्लोबल आजतक
थाना लांबड़ा के अधीन पड़ते गांव शाहपुर में बने सिटी इंस्टीट्यूट्स में गत रात्रि उस समय भारी हंगामा हो गया। जब यहां पढऩे वाली एक कश्मीरी हिन्दू छात्रा ने भाजपा नेत्री नूपुर शर्मा के पक्ष में एक ट्वीट किया।
जिसके बाद कैम्पस में पढ़ने वाले कश्मीरी मुस्लिम विद्यार्थियों में रोष की आग भड़क गई और उन्होंने उक्त लड़की व मैनेजमैंट के खिलाफ मोर्चा खोल दिया। दर्जनों कश्मीरी विद्यार्थियों ने कैंपस में खूब हंगामा किया और नारेबाजी की। जिसके बाद हिन्दू पक्ष से भी विद्यार्थी भड़क गए और दोनों पक्षों में बिगड़ते माहौल को देखकर देर रात मौके पर सिटी मैनेजमेंट के सीनियर अधिकारी व प्रबंधन स्टाफ को मामला शांत करवाने के लिए भारी पुलिस बल मौके पर बुलाना पड़ा।
तकरीबन कई घंटे इस इंस्टीट्यूट का माहौल गरमाया रहा। आखिर मैनेजमेंट ने मामला शांत करवाने के लिए ट्वीट करने वाली हिन्दू छात्रा पर दबाव बनाकर उसका ट्वीट डिलीट करवाया और उससे इस मामले में माफी भी मंगवाई गई। तब जाकर मामला शांत हो सका।
परन्तु जैसे-जैसे मामले की खबर इंस्टीट्यूट से बाहर निकली वैसे-वैसे हिन्दू धर्म से जुड़े संगठनों में इस बात को लेकर भारी नाराज़गी फैलती गई कि सिटी इंस्टीट्यूट द्वारा अपने कश्मीरी विद्यार्थियों को खुश करने के लिए हिन्दू छात्रा से माफी मंगवाई गई व उसका ट्वीट डिलीट करवाया गया।
इस मामले बारे हिन्दू नेता नवीन शर्मा का कहना है कि जिस प्रकार से सिटी इंस्टीट्यूट में कश्मीरी मुसलमानों को सिर पर चढ़ा कर रखा गया है और हिन्दुओं को दबाने की कोशिश की गई है वे बर्दाश्त नहीं होगी उन्होंने कहा यह मामला वे अन्य हिंदू संगठनों के ध्यान में लाएंगे और इस इंस्टीट्यूट का घेराव किया जाएगा
वहीं यहां वर्णनीय है कि कुछ वर्ष पूर्व भी जालंधर के थाना मकसूदां में हुए बम ब्लास्ट मामले में पुलिस ने सिटी इंस्टीट्यूट से कुछ कश्मीरी कथित आतंकियों को गिरफ्तार किया गया था, जो इस इंस्टीट्यूट में पढ़ाई करने के नाम पर दाखिला लेकर बैठे थे।
वहीं इस मामले में जब सिटी इंस्टीट्यूट के पीआरओ कंवरप्रीत से बात की तो बताया गया की मामला सुलझा लिया गया है। उन्होंने कहा हिन्दू छात्रा द्वारा नुपुर शर्मा के हक में ट्वीट किया गया था, जिसे मैनेजमेंट ने डिलीट करवाया और छात्रा से माफी मंगवाकर मामला शांत करवा दिया है। मामले में सिटी इंस्टीट्यूट के एमडी व डायरैक्टरों से बात करने की कोशिश की गई पर उनसे संपर्क नहीं हो सका।



