
मासिक हवन यज्ञ रविवार 28 नवंबर को जालंधर (अमरजीत सिंह लवला) मां बगलामुखी धाम नजदीक लम्मां पिंड चौंक होशियारपुर रोड़ पर स्थित गुलमोहर सिटी में धाम के संस्थापक एवं संचालक नवजीत भारद्वाज की अध्यक्षता में साप्ताहिक मां बगलामुखी हवन यज्ञ करवाया गया। सबसे पहले पं. अविनाश गौतम एवं पं. पिंटू शर्मा ने नवग्रह, पंचोपचार, षोढषोपचार, गौरी, गणेश, कुंभ पूजन, मां बगलामुखी के निमित्त माला जाप कर मुख्य यजमान गुरबाज सिंह एवं गुरप्रीत सिंह से सपरिवार पूजा अर्चना उपरांत हवन यज्ञ में आहुतियां डलवाईं।
विचार व्यक्त करते हुए कहा कि यदि भगवान को जानना है तो हमारे इंद्रिय मन व बुद्धि दिव्य होने चाहिए। अभी यह माया के बने हुए हैं। केवल मनुष्य ही नहीं बल्कि स्वर्ग के देवता भी भगवान को नहीं जान सकते क्योंकि वे भी भोग योनी में हैं। स्वर्ग का पुण्य खत्म होने के बाद उन्हें भी अन्य योनियों में जाना पड़ता है। हम मनुष्य यज्ञ, जप, तप व पूजा करते हैं और स्वर्ग सुख चाहते हैं जबकि यह भी नश्वर है। इसलिए केवल प्रभु भक्ति करें। हमें स्वर्ग के लिए नहीं बल्कि प्रभु मिलन के लिए भक्ति करनी चाहिए, ताकि मानव जीवन से मुक्त होकर दिव्य लोक जाकर उनकी सेवा कर सकें। उन्होने आगे फरमाया कि प्रभु समय-समय पर इस धरती पर प्रकट होते रहे हैं। जब-जब भक्तों पर अत्याचार कष्ट आया है तब-तब भगवान विभिन्न रूपों में इस धरती पर अवतार लेते हैं और अधर्म का नाश करते हैं। कलियुग में भगवान की भक्ति ही मुक्ति का मार्ग प्रशस्त करेगा उन्होंने रविवार 28 नवंबर को होने वाले मासिक हवन यज्ञ में सभी मां भक्तों से बढ चढ कर सम्मिलित होने का आवाहन किया। इस अवसर पर श्रीकंठ जज, एडवोकेट राज कुमार, शेखर सेठ, हैरी शर्मा, राकेश प्रभाकर, विवेक शर्मा, रोहित बहल, बावा जोशी, मुनीश शर्मा, मुकेश चौधरी, मधुकर कत्याल, मोहित बहल, राजेन्द्र कत्याल, अभिलक्षय चुघ, अशोक शर्मा, सुरेंद्र, राजेश मैहता, दीलीप कुमार, नीटू, साहिल, मनोज चढ्ढा, दिशांत, संजीव, राजेश महाजन, गितेश, यज्ञदत्त, अश्वनी शर्मा, मानव शर्मा, बावा खन्ना, राजीव, राकेश, ठाकुर बलदेव सिंह, विनोद खन्ना, लक्की, सुनील जग्गी, प्रिंस, दिनेश चौधरी, पंकज, मानव शर्मा, दीपक सहित भारी संख्या में श्रद्धालु मौजूद थे। आरती उपरांत प्रसाद रूपी लंगर भंडारे का भी आयोजन किया गया।



