इसमें महिलाओं के प्रति बढ़ते अपराध को खत्म करना, प्रदूषण पर वार, सामाजिक अन्याय, महिला सशक्तिकरण, नशाखोरी, यौन उत्पीड़न, भ्रष्टाचार समेत अन्य सामाजिक कुरीतियों को दूर करने के संदेश झांकियों के माध्यम से दिए जाएंगे।
उन्होंने बताया कि विभिन्न सामाजिक कुरीतियों को दर्शाने वाली मटकियां फोड़ीं जाएंगी। कार्यक्रम की खासियत टेक्नोलॉजी और संस्कृति का संगम होगा, जिसमें 100 फुट के डिजिटल मंच पर थ्रीडी प्रोजेक्शन का उपयोग किया जाएगा। वहीं, छत्रपति शिवाजी समाज कल्याण एवं शिक्षा प्रचार समिति के संस्थापक जय भगवान गोयल ने बताया कि बंगाल में हुई महिला डॉक्टर के साथ हुई बर्बरता बेहद शर्मनाक है। उन्होंने बताया कि इस वर्ष मटकी फोड़ने वाली टीम में लड़कियों की भी टोली शामिल होगी। सभी गोविन्दाओं की टीम ने देश के वीर योद्धाओं के नाम पर अपनी-अपनी टीमों के नाम रखे हैं। इसमें टीम गुरु गोविंद सिंह, पृथ्वीराज चौहान, राजा विक्रमादित्य, सम्राट अशोक, छत्रपति शिवाजी, सुभाष चंद्र बोस, भगत सिंह आदि शामिल हैं।
राजस्थान से आए मोर के पंख से सजेगा बिरला मंदिर का गर्भगृह
राजस्थान से आए मोर के पंख से मंदिर मार्ग स्थित लक्ष्मी नारायण मंदिर (बिरला मंदिर) का गर्भगृह सजेगा। मंदिर के प्रशासक विनोद मिश्रा ने बताया कि गर्भगृह को इस बार विशेष रूप देने के लिए गर्भगृह को कई हजार मोर के पंख से सजाया जाएगा। क्योंकि कान्हा को मोर पंख बेहद प्रिय है। रविवार से उत्सव मंदिर में शुरू हो जाएगा। इसी दिन शोभायात्रा निकाली जाएगी। इसके अलावा फूलों से मंदिर परिसर की सजावट होगी।
श्री महाशक्ति दुर्गा मंदिर समिति संस्था के उप प्रधान अनिल जैसवाल ने बताया कि प्रत्येक वर्ष की भांति इस साल भी श्री कृष्ण जन्माष्टमी महोत्सव का आयोजन बड़ी धूमधाम से होगा। इस बार श्री कृष्ण जन्माष्टमी का मुख्य आकर्षण बर्फ से बना 11 फुट ऊंचा शिवलिंग होगा। जिसकी शोभा देखते ही बनेगी। इसके अलावा बाल कान्हा का भव्य दरबार व अलौकिक श्रृंगार होगा। यही नहीं, 56 भोग का प्रसाद व तीन फुट ऊंचा रुद्राक्ष का शिवलिंग भी लोगों में चर्चा का केंद्र होगा ।