पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान ने भारतीय सेना में सेवा करते हुए शहीद हुए दो शहीदों के परिवारों को वित्तीय सहायता के रूप में एक-एक करोड़ रुपये के चेक सौंपे।
जखेपल (सुनाम) के राजा सिंह के पुत्र शहीद तरलोचन सिंह और भसौड़ (धुरी) के निर्मल सिंह के पुत्र हरसिमरन सिंह के परिजनों को चेक सौंपते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य के इन वीर सपूतों ने अपनी मातृभूमि की रक्षा करते हुए शहादत का जाम पिया है। उन्होंने कहा कि चुनाव आचार संहिता के कारण वे पहले परिजनों को चेक नहीं दे पाये थे। भगवंत सिंह मान ने कहा कि चुनाव आचार संहिता खत्म होते ही उन्होंने अपनी सरकार का वादा पूरा किया और इन परिवारों को चेक सौंप दिए। मुख्यमंत्री ने कहा कि देश के इन नायकों के महान बलिदान के सम्मान में उनके परिवारों को यह वित्तीय सहायता दी जा रही है।
भगवंत सिंह मान ने कहा कि पूरा देश इन शहीदों का ऋणी है, जिन्होंने देश और लोगों की रक्षा के लिए अपने प्राणों की आहुति दे दी। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार का यह विनम्र प्रयास भारत माता की उन संतानों को नमन करना है, जिन्होंने देश की एकता, अखंडता और संप्रभुता की रक्षा में अतुलनीय योगदान दिया है।
मातृभूमि के लिए अपने प्राणों का बलिदान देने वाले सैनिकों के परिवारों की मदद करने के लिए राज्य सरकार की दृढ़ प्रतिबद्धता को दोहराते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि यह पंजाब सरकार का प्राथमिक कर्तव्य है और शहीदों के परिवारों को दी जाने वाली वित्तीय सहायता राज्य सरकार द्वारा सैनिकों और उनके परिवारों के कल्याण को सुनिश्चित करने की प्रतिबद्धता के अनुरूप है। उन्होंने कहा कि हालांकि यह देश और खासकर परिवार के लिए अपूरणीय क्षति है और इसकी भरपाई किसी भी कीमत पर नहीं की जा सकती, लेकिन सरकार ने शहीदों के सम्मान में यह मामूली प्रयास किया है।
मुख्यमंत्री ने देश के प्रति उनके अटूट समर्पण के लिए इन नायकों की सराहना करते हुए कहा कि राज्य सरकार दुख की इस घड़ी में परिवारों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़ी है और हर संभव सहायता प्रदान करने में कोई कसर नहीं छोड़ेगी। उन्होंने कहा कि देश की सुरक्षा और संप्रभुता के लिए शहीद हुए इन जवानों के बलिदान के लिए देश की जनता सदैव ऋणी रहेगी। भगवंत सिंह मान ने कहा कि इन वीरों ने अपना कर्तव्य निभाते हुए बहादुरी, प्रतिबद्धता और साहस का परिचय देकर देश और खासकर पंजाब का नाम रोशन किया है।