खालिस्तानी समर्थक और सांसद अमृतपाल सिंह नई राजनीतिक पार्टी बनाने जा रहे हैं। इसे लेकर राष्ट्रीय सुरक्षा अधिनियम (NSA) के तहत असम की डिब्रूगढ़ जेल में बंद खडूर साहिब के सांसद अमृतपाल सिंह 14 जनवरी को घोषणा करेंगे।
इस दौरान उनकी ओर से पंथ बचाओ, पंजाब बचाओ रैली का भी आयोजन किया जाएगा, जिसमें उनके पिता और करीबी लोग शामिल होंगे।
खालिस्तानी समर्थक अमृतपाल सिंह एक नई क्षेत्रीय राजनीतिक पार्टी के गठन करने की तैयारी में हैं। नई राजनीतिक पार्टी की घोषणा पंजाब के श्रीमुक्तसर साहिब में लगने वाले ऐतिहासिक माघी मेले में होगी। इसी दिन 14 जनवरी को ‘पंथ बचाओ, पंजाब बचाओ’ रैली भी निकाली जाएगी, जिसमें भारी संख्या में उनके समर्थक जुटेंगे।
अमृतपाल सिंह ने 5 जुलाई को ली थी सांसद पद की शपथ
अमृतपाल सिंह को आखिरी बार 5 जुलाई 2024 को लोकसभा सांसद के रूप में शपथ लेने के लिए डिब्रूगढ़ से दिल्ली लाया गया था। 36 दिनों की तलाशी के बाद पंजाब पुलिस ने उन्हें 23 अप्रैल 2023 को एनएसए के तहत गिरफ्तार किया था।
उनके साथ 9 साथी भी पकड़े गए थे। एनएसए के तहत देश के लिए खतरा माने जाने वाले किसी भी व्यक्ति को बिना किसी आरोप के एक साल तक हिरासत में रखा जा सकता है।
खालिस्तानी को समर्थन करने का आरोप
2022 में अमृतपाल सिंह को पंजाबी राजनीतिक समूह ‘वारिस पंजाब दे’ का प्रमुख नियुक्त किया गया था। जब वे समूह के अध्यक्ष थे, तब उन्होंने अपने भाषणों में खालिस्तानी भावनाओं को व्यक्त किया था। अब वे नई पार्टी का गठन करके पूरे पंजाब में राजनीति करना चाहते हैं।