‘बुढ़े दरिया’ में गोबर के डंपिंग को रोकने का सर्वसम्मति से हल ढूंढने के लिए ,स्थानीय निकाय मंत्री डॉ. रवजोत सिंह और राज्यसभा सदस्य संत बलबीर सिंह सीचेवाल ने सोमवार को ताजपुर रोड डेयरी कॉम्प्लेक्स और हैबोवाल डेयरी कॉम्प्लेक्स में डेयरी मालिकों के साथ बैठकें कीं।
ताजपुर रोड डेयरी कॉम्प्लेक्स के मालिकों के साथ बैठक नगर निगम के 225 एमएलडी जमालपुर एसटीपी में आयोजित की गई, जबकि हैबोवाल डेयरी कॉम्प्लेक्स के मालिकों के साथ बैठक उनके परिसर में ही हुई।
बैठकों में लुधियाना पूर्वी के विधायक दलजीत सिंह भोला गरेवाल, मेयर प्रिंसिपल इंदरजीत कौर, नगर निगम कमिश्नर आदित्य डेचलवाल, दिवंगत विधायक गुरप्रीत बसी गोगी की पत्नी सुखचैन बस्सी गोगी और पुत्र स्वराज बस्सी गोगी, अतिरिक्त निगम कमिश्नर परमदीप सिंह, मुख्य अभियंता रविंदर गर्ग, पीपीसीबी लुधियाना के मुख्य अभियंता आर.के. रत्तड़ा, पार्षद इंदू मुनीश शाह, कार्यकारी अभियंता एकजोत सिंह, कार्यकारी अभियंता (पीडब्ल्यूएसएसबी) बलराज सिंह सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।
स्थानीय निकाय मंत्री डॉ. रवजोत सिंह और राज्यसभा सदस्य सीचेवाल ने कहा कि इन बैठकों में डेयरी मालिकों से बातचीत कर समस्या का सर्वसम्मति से समाधान निकालने के लिए फीडबैक लिया गया। उद्देश्य ‘बुढ़े दरिया’ में गोबर की डंपिंग को रोकना है।
कैबिनेट मंत्री डॉ. रवजोत सिंह ने बताया कि नगर निगम ने पहले ही डेयरी यूनिटों से गोबर उठाने के लिए ठेकेदार की नियुक्ति हेतु टेंडर जारी कर दिया है। इस दौरान अस्थायी व्यवस्था की गई है और डेयरी मालिकों से अपील की गई है कि वे गोबर को केवल निर्धारित स्थानों पर ही डालें।
डेयरी मालिकों ने इस पर सहमति जताई और आश्वासन दिया कि वे नगर निगम द्वारा ठेकेदार नियुक्त होने तक गोबर को केवल निर्दिष्ट स्थानों पर ही डंप करेंगे। उन्होंने गोबर उठाने की सुविधा के लिए निश्चित शुल्क/फीस देने पर भी सहमति व्यक्त की। इस दौरान कैबिनेट मंत्री ने डेयरी मालिकों की शिकायतें भी सुनीं और उनके त्वरित समाधान के निर्देश दिए।
डॉ. रवजोत सिंह और राज्यसभा सदस्य सीचेवाल ने ताजपुर रोड पर स्थापित ईटीपी (इफ़्लुएंट ट्रीटमेंट प्लांट) का भी निरीक्षण किया।
डॉ. रवजोत सिंह ने अधिकारियों को ताजपुर रोड और हैबोवाल डेयरी कॉम्प्लेक्स में दो बायो-गैस प्लांट स्थापित करने की प्रक्रिया तेज करने के निर्देश दिए। अधिकारियों ने बताया कि हैबोवाल डेयरी कॉम्प्लेक्स में पहले से ही एक बायो-गैस प्लांट संचालित है, लेकिन इसकी क्षमता कम होने के कारण वहां एक और प्लांट स्थापित किया जा रहा है। इन प्लांटों में गोबर का उपयोग बायो-गैस उत्पादन के लिए किया जाएगा।
राज्यसभा सदस्य सीचेवाल ने कैबिनेट मंत्री डॉ. रवजोत सिंह के ‘बुढ़े दरिया’ को स्वच्छ करने के प्रति प्रयासों की सराहना करते हुए कहा कि मंत्री ने इस परियोजना के तहत लगभग एक महीने में पांचवीं बार शहर का दौरा किया है।
कैबिनेट मंत्री डॉ. रवजोत सिंह, राज्यसभा सदस्य सीचेवाल और विधायक गरेवाल ने कहा कि पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान के नेतृत्व वाली सरकार ‘रंगला पंजाब’ बनाने के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है। उन्होंने शहरवासियों से सरकार और प्रशासन का सहयोग करने की अपील की, ताकि आने वाली पीढ़ियों के लिए पर्यावरण को बचाने के सामूहिक प्रयास किए जा सकें।
उन्होंने कहा कि सरकार या प्रशासन डेयरी मालिकों के खिलाफ नहीं है, लेकिन किसी को भी धार्मिक महत्व रखने वाले ‘बुढ़े दरिया’ को प्रदूषित करने की अनुमति नहीं दी जाएगी। सीवर लाइनों में गोबर डालने से सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट (एसटीपी) और इफ़्लुएंट ट्रीटमेंट प्लांट (ईटीपी) के संचालन पर भी असर पड़ रहा है।