पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान ने आज कहा कि राज्य के शहरों के अंदर सभी बस अड्डों और दाना मंडियों का रूप संवारने के लिए व्यापक स्कीम शुरू करने का ऐलान किया।
आज यहाँ ‘सरकार-व्यापार मिलनी’ के दौरान जनसभा को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि लगभग सभी दाना मंडियाँ अब शहरों के अंदर हैं, जिस कारण बस अड्डों और दाना मंडियों को आधुनिक राह पर विकसित करने के लिए व्यापक स्तर पर स्कीम शुरू की जायेगी। उन्होंने कहा कि इससे जहाँ लोगों को सुविधा मिलेगी, वहीं राज्य के विकास को भी बढ़ावा मिलेगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि उनका यह सपना है कि अलग- अलग क्षेत्रों में हरेक वर्ग तरक्की करे। भगवंत सिंह मान ने कहा कि इससे पहले मुख्यमंत्री कभी भी ऐसे समागम नहीं करते थे क्योंकि वह अपनी नाकाम कारगुज़ारी के कारण लोगों का सामना करने से हिचकिचाते थे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि व्यापारी काम के लिए सुखद माहौल और अपने कारोबार में तरक्की करने के अलावा और कुछ नहीं चाहते और इसको पूरा करने के लिए राज्य सरकार वचनबद्ध है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने ‘सरकार आप दे दुआर’ स्कीम शुरू करके इसके लिए बढिय़ा रास्ता ढूँढा है।
भगवंत सिंह मान ने कहा, ‘‘मैंने पंजाबियों के साथ वायदा किया था कि सरकार चंडीगढ़ से नहीं बल्कि गाँवों से चलेगी, जिस कारण ‘सरकार आप दे दुआर’ स्कीम शुरू की गई है। राज्य के लोगों ने मेरी सरकार को शानदार जनादेश देकर मुझे बड़ी जि़म्मेदारी सौंपी है, जिस कारण मैं दिन-रात जनता की सेवा करने के लिए वचनबद्ध हूँ। लोगों को अब राज्य सरकार के कामकाज पर भरोसा है, जिस कारण अब प्रवासी भारतीय पंजाब के विकास में सक्रिय हिस्सेदार बन रहे हैं।’’
भगवंत सिंह मान ने कहा कि अब तो प्रवासी भारतीय राज्य में आम आदमी क्लीनिक स्थापित करने के लिए अपनी जायदादें और मकान राज्य सरकार को दान कर रहे हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि पिछली सरकारों के कुशासन के कारण विदेश जाने के लिए मजबूर नौजवान अब पंजाब वापस आ रहे हैं, जोकि राज्य में वतन वापसी का साकारात्मक रुझान है। मुख्यमंत्री ने कहा कि उनकी सरकार ने केवल दो सालों में 43,000 से अधिक नौजवानों को सरकारी नौकरियाँ दी हैं, जो पंजाब के इतिहास में एक रिकॉर्ड है। भगवंत सिंह मान ने कहा कि यह सरकारी नौकरियाँ हासिल करने वालों में कुछ विदेशों से लौटे नौजवान भी हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य ने एक निजी कंपनी जी.वी.के. पावर की मलकीयत वाले गोइन्दवाल पावर प्लांट को खरीद कर इतिहास रचा है। उन्होंने कहा कि पहली बार यह उल्टा दौर शुरू हुआ है कि सरकार ने कोई प्राईवेट पावर प्लांट खरीदा है, जब कि पहले राज्य सरकारें अपनी जायदादें अपने चहेतों को कौडिय़ों के भाव बेचती थीं। भगवंत सिंह मान ने कहा कि पछवाड़ा कोयला खदान से निकलने वाले कोयले का प्रयोग केवल सरकारी पावर प्लांटों के लिए ही किया जा सकता है, इसलिए इस पावर प्लांट की खरीद से इस कोयले को राज्य के हरेक सैक्टर के लिए बिजली पैदा करने के लिए प्रयोग में लाया जा सकता है। मुख्यमंत्री ने कहा कि पंजाब सरकार राज्य के नौजवानों की भलाई के लिए ठोस प्रयास कर रही है। मुख्यमंत्री ने कहा कि उनकी सरकार का ध्यान इस बात को यकीनी बनाना है कि नौजवान नौकरी ढूँढने वालों की बजाय नौकरी देने वाले बनें। भगवंत सिंह मान ने कहा कि प्रगतिशील और खुशहाल पंजाब की सृजना करना करना समय की ज़रूरत है। मुख्यमंत्री ने कहा कि स्कूल स्तर पर शुरू की ‘बिजऩेस ब्लास्टर’ स्कीम इस दिशा में एक सही कदम है। उन्होंने कहा कि राज्य में अब 829 आम आदमी क्लीनिक कार्यशील हैं और विद्यार्थियों को मानक शिक्षा प्रदान करने के लिए राज्य में ‘स्कूल ऑफ एमिनेंस’ स्थापित किये गए हैं। भगवंत सिंह मान ने कहा कि राज्य के हर क्षेत्र में बेमिसाल विकास हो रहा है और इसके लिए कोई कसर बाकी नहीं छोड़ी जायेगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि इस तथ्य के बावजूद कि पंजाबियों ने राष्ट्रीय आज़ादी के संघर्ष में बड़े बलिदान दिए हैं, केंद्र सरकार ने राज्य को परेशान करने के लिए आर.डी.एफ. और नेशनल हैल्थ मिशन के फंड रोक दिए हैं। उन्होंने कहा कि केंद्र द्वारा रोके गए इन 8000 करोड़ रुपए से राज्य के विकास को बढ़ावा मिल सकता है और इन फंडों को हासिल करने के लिए यह ज़रूरी है कि आगामी लोक सभा चुनाव में ‘आप’ को सभी 13 लोक सभा सीटें हासिल हों। भगवंत सिंह मान ने कहा कि यह उनको राज्य की तरक्की और यहाँ के लोगों की खुशहाली के लिए और अधिक मज़बूती के साथ काम करने के लिए ताकत देगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि रिवायती पार्टियाँ उनसे ईष्र्या करती हैं क्योंकि वह साधारण परिवार से सम्बन्धित हैं। भगवंत सिंह मान ने कहा कि वास्तव में यह राजनीतिज्ञ मानते हैं कि उनके पास राज्य में सत्ता में रहने का ईश्वरीय अधिकार है, जिस कारण उनको यह हज़म नहीं हो रहा कि आम आदमी राज्य की सेवा इतने अच्छे ढंग से क्यों कर रहा है। उन्होंने कहा कि यह नेता लंबे समय से लोगों को मूर्ख बना रहे थे परन्तु अब लोग इनके गुमराह करने वाले प्रचार में नहीं आऐंगे। मुख्यमंत्री ने व्यंग्य कसते हुए कहा कि राज्य का एक पूर्व वित्त मंत्री नौ सालों तक ‘खज़़ाना खाली है’ की बयानबाज़ी करता रहा, जिससे राज्य के विकास को धक्का लगा। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार की बागडोर संभालने के बाद खजाने का एक-एक पैसा राज्य के विकास और लोगों की भलाई के लिए खर्चा जा रहा है। भगवंत सिंह मान ने कहा कि उनकी सरकार ने सरकारी खजाने में होने वाली लूट के चोर-छेद बंद किए हैं, जिससे यह यकीनी बनाया जा सके कि लोगों की भलाई के लिए एक-एक पैसा समझदारी के साथ खर्चा जाये।