राउत ने कहा कि लोग केवल उन उद्योगपतियों से पैसे ऐंठने के बारे में सोचते हैं जो नक्सल प्रभावित जिले में काम शुरू करने की इच्छा रखते हैं। हालांकि, स्थिति बदलती दिख रही है और इसकी सराहना की जानी चाहिए।

एक करोड़ के इनामी नक्सली ने किया था आत्मसमर्पण

शिवसेना (यूबीटी) सांसद ने कहा कि आज तक यह चलन रहा है कि जो भी उद्योग गढ़चिरौली में आता है, लोग केवल उस उद्योगपति से जबरन वसूली के बारे में सोचते हैं जो गढ़चिरौली में कुछ शुरू करने की इच्छा रखता है, लेकिन अब ऐसा लगता है कि चीजें बदल रही हैं और इसकी सराहना की जानी चाहिए।”

बता दें कि महाराष्ट्र के गढ़चिरौली में बुधवार को एक करोड़ रुपये के इनामी विमला चंद्र सिदम उर्फ ​​तारक्का समेत 11 नक्सलियों ने पुलिस के सामने आत्मसमर्पण कर दिया। 8 महिलाओं और 3 पुरुषों समेत 11 नक्सलियों ने गढ़चिरौली पुलिस मुख्यालय में आत्मसमर्पण किया।