बैठक में शामिल लोगों का कहना है कि शरद पवार ने सिर्फ चुनाव में संघ की मेहनत और रणनीति को लेकर ही उसकी तारीफ नहीं की। बल्कि संघ की कार्यशैली का भी बखान किया। उन्होंने कहा कि पुणे महाराष्ट्र का एक प्रमुख शैक्षणिक केंद्र है। वहां के हर कॉलेज में संघ के कार्यकर्ता काम करते हैं।
पवार ने कहा कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के काम करने का तरीका अनोखा है। अगर संघ परिवार के किसी कार्यकर्ता के महत्त्वपूर्ण 20 वर्ष छीन भी लेता है तो उसे उसके हाल पर नहीं छोड़ दिया जाता। बल्कि शेष जीवन के लिए उसे सही जगह पर समायोजित भी किया जाता है। ऐसे समर्पित लोगों के कारण ही भाजपा को जीत हासिल होती है।
शरद पवार के परिवार को एक करने की कोशिशें तेज
बता दें कि शरद पवार की पार्टी राकांपा (शरदचंद्र पवार) में इन दोनों दोहरे मंथन का दौर चल रहा है। एक तरफ शरद पवार के परिवार को एक करने की कोशिशें चल रही हैं, तो दूसरी ओर पार्टी के भविष्य को लेकर भी चिंतन चल रहा है।
उनके भतीजे अजीत पवार द्वारा पार्टी को दोफाड़ कर देने के बाद पहली बार अजित पवार मां आशाताई पवार ने शरद पवार और अति पवार के पुनः एक साथ आने की इच्छा जताई है, तो कुछ दिन पहले ही पवार की सांसद पुत्री सुप्रिया सुले ने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस की तारीफ की है। अब शरद पवार द्वारा संघ की कार्यशैली की प्रशंसा करना संघ एवं भाजपा के प्रति उनकी नरमी के संकेत दे रहा है।