भारतीय प्रशासनिक सेवा के वरिष्ठ अधिकारी डॉ. पवन कोतवाल लद्दाख के पहले मुख्य सचिव होंगे। गृह मंत्रालय ने गुरुवार को लद्दाख के लिए मुख्य सचिव का पद सृजित करने को मंजूरी दे दी। वर्ष 2019 में बिना विधानसभा के केंद्र शासित प्रदेश बने लद्दाख में मुख्य सचिव का पद नहीं था। डॉ. कोतवाल वर्तमान में उपराज्यपाल बीडी मिश्रा के सलाहकार हैं। वह जल्द लेह में नई जिम्मेदारी संभाल लेंगे।
लद्दाख में मुख्य सचिव का पद सृजित किया जाना इस क्षेत्र में बेहतर प्रशासनिक व्यवस्था बनाने की दिशा में केंद्र सरकार की एक अहम पहल है। केंद्र सरकार ने सभी प्रदेशों से परामर्श करने के बाद तीन जनवरी को भारतीय प्रशासनिक सेवा विनियमवाली में संशोधन करने के लिए अधिसूचना जारी की थी। संशोधन के बाद लद्दाख के लिए मंजूर किए गए भारतीय प्रशासनिक सेवा के 14 पदों में मुख्य सचिव के पद को भी शामिल किया गया था।
पवन कोतवाल को मिल रही बधाई
अन्य पदों में आयुक्त सचिवों के दो पद, संभागीय आयुक्त का एक पद, उपराज्यपाल के सचिव का एक पद, सचिव के दो पद, उपायुक्तों के चार पद, अपर आयुक्त का एक पद व विशेष सचिव के दो पद शामिल हैं। लद्दाख स्वायत्त पर्वतीय परिषद के मुख्य कार्यकारी अध्यक्ष ताशी ग्यालसन ने इस महत्वपूर्ण नियुक्ति पर डा. पवन कोतवाल को बधाई दी है।
लद्दाख के विकास में निभाएंगे भूमिका
उन्होंने कहा कि हमें डॉ. कोतवाल के लद्दाख का पहला मुख्य सचिव बनने पर खुशी हो रही है। इस अहम फैसले के लिए गृहमंत्री का आभार जताते हुए ग्यालसन ने कहा है कि हमें विश्वास है कि मुख्य सचिव की जिम्मेदारी संभालने के बाद कोतवाल लद्दाख के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे।
कई विभागों के प्रमुख सचिव के रूप में कर चुके हैं काम
जम्मू-कश्मीर के निवासी डा. पवन कोकई विभागों के प्रमुख सचिव के रूप में कर चुके हैं कामतवाल भारतीय प्रशासनिक सेवा के 1994 बैच के अधिकारी हैं। वह जम्मू-कश्मीर में कई अहम पदों पर काम कर चुके हैं। वर्ष 2019 में जम्मू कश्मीर के पुनर्गठन के बाद उन्हें केंद्र शासित प्रदेश लद्दाख में तैनात किया गया था। उपराज्यपाल का सलाहकार बनने से पहले उन्होंने लद्दाख में वित्त, राजस्व, स्वास्थ्य विभागों के प्रमुख सचिव के रूप में भी काम किया।