आप सांसद संजय सिंह ने कहा कि मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को जान से मारने की साजिश रची जा रही है। एलजी के द्वारा लिखा गया पत्र अरविंद केजरीवाल को जान से मारने की साजिश का ही एक हिस्सा है।
सीएम अरविंद केजरीवाल के स्वास्थ्य को लेकर आम आदमी पार्टी तिहाड़ जेल प्रशासन और भाजपा पर लगातार हमलावर है। आप सांसद संजय सिंह ने जेल में केजरीवाल की जान को खतरा बताया है। उन्होंने कहा कि उन्हें जान से मारने की साजिश रची जा रही है। भाजपा, केंद्र सरकार और दिल्ली के एलजी अरविंद केजरीवाल की जिदगी से खिलवाड़ कर रहे हैं।
संजय सिंह ने कहा, ‘पहले भाजपा, एलजी और जेल प्रशासन ने कहा था कि अरविंद केजरीवाल जान-बूझकर अपनी शुगर बढ़ा रहे हैं। वह मिठाई खा रहे हैं। इन लोगों ने उन्हें इंसुलिन तक नहीं दी। वो तो कोर्ट के आदेश पर इंसुलिन दी गई। अब कह रहे हैं कि केजरीवाल जी कुछ खा ही नहीं रहे हैं। वह इंसुलिन ले ही नहीं रहे हैं। आपने क्या मजाक लगा रखा है? क्या कोई व्यक्ति ख़ुद ही अपनी सेहत से खिलवाड़ करेगा? भाजपा और एलजी अरविंद केजरीवाल जी की ज़िंदगी के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं। उन्हें जान से मारने की साज़िश रची जा रही है।
उन्होंने कहा कि अरविंद केजरीवाल का शुगर लेवल कई बार 50 के नीचे पहुंच गया था। यह रिपोर्ट किसी और ने नहीं बल्कि भाजपा के जेल प्रशासन के डॉक्टर द्वारा ही उपलब्ध कराई गई है। भाजपा के एलजी और जेल प्रशासन बार-बार मुख्यमंत्री की तबीयत को लेकर झूठ बोल रहे हैं। यह हत्या के प्रयास का मामला भी हो सकता है। हम इस साजिश में शामिल लोगों के ख़िलाफ हत्या का प्रयास मामले में मुक़दमा भी दर्ज करा सकते हैं। भाजपा, एलजी और केंद्र सरकार केजरीवाल को जान से मारने की साजिश रच रहे हैं और इसलिए ही उन्हें जमानत मिलने के बाद भी एक फर्जी मामला बनाकर जेल में कैद करके रखा गया है।
आप सांसद ने कहा कि एलजी के द्वारा लिखा गया पत्र अरविंद केजरीवाल को जान से मारने की साजिश का ही एक हिस्सा है। यही एलजी, मुख्य सचिव, जेल प्रशासन और भाजपा पहले कहती थी कि अरविंद केजरीवाल को इंसुलिन नहीं देंगे और अब यही लोग कह रहे हैं कि केजरीवाल इंसुलिन नहीं ले रहे हैं। क्या भाजपा के इस तमाशे पर कोई भरोसा करेगा? अगर किसी व्यक्ति की तबीयत खराब हो रही है और भाजपा के एलजी और जेल प्रशासन उनकी मेडिकल रिपोर्ट लीक कर रहा है तो यह हत्या का प्रयास ही है। हम इस मामले में क़ानूनी सलाह लेंगे और इस साजिश में जो लोग शामिल हैं, उनपर मुकदमा होना चाहिए।