अंतरिक्ष यान और रॉकेट में 40 साल का अनुभव
इनके पास अंतरिक्ष यान और रॉकेट में लगभग चालीस सालों का अनुभव है। वे एक रॉकेट और स्पेसक्राफ्ट प्रोपल्शन एक्सपर्ट हैं। डॉ. नारायणन के नेतृत्व में LPSC(लिक्विड प्रोपल्शन सिस्टम) ने कई ISRO मिशन के लिए 183 लिक्विड प्रोपल्शन सिस्टम और कंट्रोल पावर प्लांट दिए हैं। उन्होंने PSLV के दूसरे और चौथे चरण के निर्माण पर भी काम किया है।
दो साल इस पद पर रहेंगे
ऑगमेंटेड सैटेलाइट लॉन्च व्हीकल (ASLV), पोलर सैटेलाइट लॉन्च व्हीकल (PSLV), साउंडिंग रॉकेट पर वे काम कर चुके हैं। अब इसरो के नए चीफ बनने के बाद वी नारायणन दो साल तक इस पद पर रहेंगे।
कई पुरस्कारों से सम्मानित हो चुके हैं नारायणन
डॉ नारायणन को उनकी उपलब्धियों के लिए कई पुरस्कारों से सम्मानित किया जा चुका है।
- इनमें आईआईटी खड़गपुर से रजत पदक।
- एनडीआरएफ से राष्ट्रीय डिजाइन पुरस्कार।
- एस्ट्रोनॉटिकल सोसाइटी ऑफ इंडिया (एएसआई) से स्वर्ण पदक शामिल हैं।