दिल्ली विश्वविद्यालय जिसमें हजारों की तादाद में बच्चे जगह-जगह से पढ़ने के लिए आते हैं इसका देश ही नहीं इंटरनेशनल लेवल पर भी नाम दिया जाता है की जो बच्चा यहां से पढ़कर जाएगा उसकी एक अलग ही वैल्यू होती है मगर देखने में आया है कि पिछले 10 दिनों से गैर हाल की कैंटीन के बाहर फूलों का ढेर लगा हुआ है जिसमें दिल्ली नगर निगम का कोई कर्मचारी नहीं आता कई शिकायतों के बावजूद भी यहां पर सफाई के लिए नहीं आता जबकि यहां पर वीआईपी लोग का भी आना-जाना लगा रहता है और ठीक सामने ही पंडित जी की कैंटीन है जिसमें हजारों की तादाद में बच्चे खाना खाने के लिए जगह-जगह से आते हैं और यह हम इस चित्र में देख सकते हैं कि ऐसे हालात रहे तो वह दिन दूर नहीं मलेरिया और डेंगू फैल रहा है जिसकी वजह से कितने बच्चे बीमार होंगे एक तरफ केजरीवाल जेल में है और दूसरी तरफ दिल्ली विश्वविद्यालय की गंदगी का या आलम सरकार तो केजरीवाल की चल रही है मगर आलम ही है कि गंदगी मैं कोई सुधार नहीं हो रहा मेयर भी आम आदमी पार्टी की है कभी मेयर ने आज तक है राउंड भी नहीं किया और देखा भी नहीं की दिल्ली के हालात क्या है चारों तरफ धूल मिट्टी उड़ रही है सफाई के नाम में जीरो है।