पंजाब के सरकारी प्राइमरी स्कूलों के अध्यापकों को अंतरराष्ट्रीय स्तर की ट्रेनिंग देने के उद्देश्य से पंजाब के शिक्षा मंत्री स. हरजोत सिंह बैंस द्वारा आज नई दिल्ली में फिनलैंड के राजदूत के साथ एक समझौता (एमओयू) हस्तांतरित किया गया।
इस मौके पर दिल्ली के पूर्व उप मुख्यमंत्री श्री मनीष सिसोदिया भी उपस्थित थे।
इस अवसर पर बोलते हुए, पंजाब के स्कूल शिक्षा मंत्री ने कहा कि मुझे यह कहते हुए बहुत खुशी हो रही है कि आज हमारी शिक्षा संबंधी यह समझौता फिनलैंड के साथ हो रहा है, जिससे हमारे राज्य का प्राइमरी शिक्षा ढांचा मजबूत होगा और साथ ही दोनों देशों के बीच सांस्कृतिक संबंध भी प्रगाढ़ होंगे। यहां यह बताना उचित होगा कि दिल्ली के बाद पंजाब देश का दूसरा राज्य बन गया है जिसने प्राइमरी अध्यापकों को फिनलैंड से प्रशिक्षण दिलाने के लिए यह समझौता किया है।
इस समझौते के बारे में अधिक जानकारी देते हुए स. हरजोत सिंह बैस ने बताया कि पंजाब के सरकारी प्राथमिक स्कूलों के अध्यापकों को अंतरराष्ट्रीय स्तर की ट्रेनिंग देने के उद्देश्य से फिनलैंड की यूनिवर्सिटी ऑफ टुरकु में भेजने का फैसला किया गया है।
कैबिनेट मंत्री ने बताया कि फिनलैंड पूरी दुनिया में प्राइमरी शिक्षा के क्षेत्र में अग्रणी देश है, जहां बच्चों को शुरुआती शिक्षा देने के लिए नाटक, खेल और दैनिक जीवनचर्या का उपयोग किया जाता है। फिनलैंड की शिक्षा प्रणाली बच्चे के प्रारंभिक समय में ही शिक्षा और देखभाल पर जोर देती है ताकि जीवन भर बच्चे में सीखने और समझने के गुण विकसित होते रहें। उन्होंने बताया कि फिनलैंड की पांच विश्वविद्यालयों ने इस ट्रेनिंग को देने में दिलचस्पी दिखाई थी, जिनमें से यूनिवर्सिटी ऑफ टुरकु को चुना गया है।
फिनलैंड में प्रशिक्षण हासिल करने के इच्छुक अध्यापक 27.09.2024 शाम तक वेबसाइट पर आवेदन कर सकते हैं
उन्होंने यह भी बताया कि मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान के नेतृत्व वाली पंजाब सरकार द्वारा 202 प्रिंसिपलों और शिक्षा प्रशासकों को सिंगापुर की दो संस्थाओं-प्रिंसिपल एकेडमी और नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ सिंगापुर इंटरनेशनल में लीडरशिप विकास कार्यक्रम के तहत प्रशिक्षण दिलाया जा चुका है। इसके अलावा, 102 हेडमास्टर्स को आईआईएम अहमदाबाद में नेतृत्व और स्कूल प्रबंधन संबंधी प्रशिक्षण दिया जा रहा है।