खेल पंचाट (णओए) के तदर्थ प्रभाग ने मंगलवार को भारतीय पहलवान विनेश फोगाट की पेरिस ओलंपिक में फाइनल से पहले अयोग्य ठहराए जाने के खिलाफ अपील पर फैसला फिर 16 अगस्त तक स्थगित कर दिया। खेल पंचाट को सभी पक्षों की दलीलें सुनने के बाद मंगलवार को फैसला सुनाना था, लेकिन इसे फिर तीसरी बार टाल दिया गया। इससे 29 वर्षीय भारतीय पहलवान का इंतजार बढ़ गया है।
भारतीय ओलंपिक संघ (आईओए) की विज्ञप्ति के अनुसार, ‘खेल पंचाट के तदर्थ प्रभाग के अध्यक्ष ने विनेश फोगाट बनाम यूनाईटेड विश्व कुश्ती (यूडब्ल्यूडब्ल्यू) और अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक समिति मामले में एकमात्र मध्यस्थ डॉ. एनाबेले बेनेट को अपना फैसला सुनाने के लिए शुक्रवार 16 अगस्त 2024 पेरिस समय के अनुसार शाम छह बजे तक अनुमति दी है।’
पिछले मंगलवार को जापान की युई सुसाकी के खिलाफ जीत सहित तीन जीत के साथ महिलाओं की 50 किग्रा फ्रीस्टाइल स्पर्धा के फाइनल में पहुंचने वाली विनेश को अंतत: स्वर्ण पदक जीतने वाली अमेरिका की सारा हिल्डेब्रांट के खिलाफ खिताबी मुकाबले से बाहर कर दिया गया क्योंकि सुबह वजन करते समय उनका वजन निर्धारित सीमा से 100 ग्राम अधिक पाया गया।
इस पहलवान ने पिछले बुधवार को खेल पंचाट में इस फैसले के खिलाफ अपील की और मांग की कि उसे क्यूबा की पहलवान युस्नेलिस गुजमेन लोपेज के साथ संयुक्त रजत पदक दिया जाए। लोपेज सेमीफाइनल में विनेश से हार गई थी, लेकिन बाद में भारतीय पहलवान को अयोग्य घोषित किए जाने के बाद उन्हें फाइनल में जगह मिली। अयोग्य ठहराए जाने के एक दिन बाद विनेश ने खेल से संन्यास की घोषणा करते हुए कहा कि उसके पास खेल जारी रखने की ताकत नहीं है। हालांकि, दुनिया भर के दिग्गज खिलाड़ियों ने इस 29 वर्षीय पहलवान का समर्थन किया है जो अपने तीसरे ओलंपिक खेलों में भाग ले रही थी।
इस मामले पर नौ अगस्त को ही सुनवाई हुई थी और माना जा रहा था कि फैसला उसी दिन आ जाएगा। इसे 10 अगस्त तक के लिए टाला गया था। फिर इसे टालकर 13 अगस्त को कर दिया गया था। अब 16 अगस्त को रात साढ़े नौ बजे फैसला आ सकता है। इससे पहले न्यूज एजेंसी एएनआई से बात करते हुए, विनेश के वकील विदुष्पत सिंघानिया ने कहा, ‘विनेश का प्रतिनिधित्व चार वकीलों ने किया। वह इस मामले में आवेदक है तथा यूनाईटेड विश्व कुश्ती (यूडब्ल्यूडब्ल्यू) और अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक समिति ने इसमें हिस्सा लिया है तथा भारतीय ओलंपिक संघ इसमें रुचि रखता है। हमें उम्मीद है कि फैसला विनेश के पक्ष में आएगा। वह एक चैंपियन हैं चाहे सीएएस का फैसला कुछ भी हो और विनेश का सम्मान किया जाना चाहिए।’