पंजाब में आवारा कुत्तों द्वारा छोटे बच्चों को काटने की बढ़ती घटनाओं को देखते हुए पंजाब राज्य बाल अधिकार आयोग ने गंभीर संज्ञान लिया है। आयोग के चेयरमैन कंवरदीप सिंह ने पंजाब के स्थानीय निकाय और ग्रामीण विकास एवं पंचायत विभाग के प्रशासनिक सचिवों को आदेश दिए हैं कि राज्य के सभी शहरों में आवारा कुत्तों की गिनती करवाकर जल्द से जल्द उनकी स्टरलाइजेशन करवाई जाए।
इस संबंधी जानकारी देते हुए आयोग के चेयरमैन ने बताया कि मीडिया के माध्यम से आवारा कुत्तों द्वारा बच्चों पर हो रहे हमलों की घटनाएं सामने आ रही हैं। आयोग ने बच्चों के साथ हो रही इन घटनाओं पर गहरी चिंता व्यक्त की है और इस मामले में स्वतः संज्ञान (सुओ-मोटो) लिया है।
चेयरमैन ने बताया कि मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार लुधियाना के निकट स्थित हसनपुर गांव में एक सप्ताह के भीतर दो बच्चों को आवारा कुत्तों ने नोच-नोचकर मार डाला। इसके अलावा, पंजाब के विभिन्न स्थानों जैसे मोहाली, जीरकपुर, अमृतसर, माछीवाड़ा साहिब और नाभा में भी ऐसी घटनाएं सामने आई हैं, जो कि गंभीर चिंता का विषय हैं।
चेयरमैन कंवरदीप सिंह ने स्थानीय निकाय और ग्रामीण विकास एवं पंचायत विभाग के प्रशासनिक सचिवों को पत्र लिखकर निर्देश दिया है कि भारत सरकार के पशुपालन और डेयरी विकास विभाग द्वारा 10 मार्च 2023 को जारी एनिमल बर्थ कंट्रोल रूल्स 2023 के तहत आवारा कुत्तों की संख्या को नियंत्रित करने के लिए तुरंत कार्रवाई की जाए। इससे न केवल कुत्तों की संख्या में कमी आएगी बल्कि बच्चों पर कुत्तों के हमलों की घटनाओं को भी रोका जा सकेगा।