खेलों का महाकुंभ ओलंपिक 2024 का आगाज पेरिस में होगा। भारत के 117 खिलाड़ी इस टूर्नामेंट में भाग ले रहे हैं। पंजाब से 19 खिलाड़ी ओलंपिक में दम दिखाएंगे।
पेरिस में 26 जुलाई से 11 अगस्त तक चलने वाले खेल महाकुंभ ओलंपिक में इस बार पंजाब के 19 खिलाड़ी पदक की लड़ाई लड़ते नजर आएंगे। इस दौरान हॉकी में 10 खिलाड़ी अपनी कलाइयों का कमाल दिखाएंगे, तो वहीं छह शूटर्स मेडल पर निशाना लगाएंगे। कुश्ती में इस बार पंजाब की कोई दावेदारी नहीं है।
शूटरों से सर्वाधिक मेडल की उम्मीद है, क्योंकि वर्ल्ड चैंपियनशिप समेत कई बड़े मुकाबलों में इनका प्रदर्शन शानदार रहा है। शूटरों में फरीदकोट की सिफत कौर समरा, मोहाली की अंजुम मोदगिल, मानसा के विजयवीर सिंह सिद्धू, फतेहगढ़ के अर्जुन सिंह चीमा, फाजिल्का से अर्जुन बबूटा और पटियाला से राजेश्वरी कुमारी जैसे बड़े खिलाड़ी शामिल हैं। इनमें सिफत कौर 19वें एशियन गेम्स में गोल्ड और सिल्वर मेडल जीत चुकी है। इसके अलावा उन्होंने शूटिंग विश्व कप म्यूनिख में कांस्य पदक जीता था।
वहीं, अंजुम मोदगिल वर्ल्ड नंबर वन रह चुकीं हैं। विजयवीर सिंह सिद्धू हांगझाऊ में 2022 एशियाई खेलों में 25 मीटर रैपिड फायर पिस्टल कांस्य जीतने वाली भारतीय टीम का हिस्सा थे, जबकि एशियाई खेलों में स्वर्ण पदक जीतने वाले अर्जुन सिंह चीमा और कोरिया शूटिंग वर्ल्ड कप में स्वर्ण पदक जीतने वाले अर्जुन बबूता से भी देश का बड़ी आस है। इसी तरह हांगझाऊ एशियन गेम्स में महिलाओं की टीम शूटिंग ट्रैप इवेंट में भारत को सिल्वर मेडल दिलाने वालीं राजेश्वरी कुमारी भी पदक की प्रबल दावेदार हैं।
शॉटपुट, पैदल चाल और गोल्फ में भी दोवदारी
दूसरी खेलों की बात करें तो शॉटपुट में मोगा के तजिंदरपाल सिंह तूर से बड़ी उम्मीद है। वह 2018 और एशियाई खेलों में गोल्ड मेडल हासिल कर चुके हैं। उनके नाम 21.77 मीटर का राष्ट्रीय और एशियाई रिकॉर्ड है। पैदल चाल में बरनाला के अक्शदीप सिंह भी पदक के दावेदार हैं। उन्होंने रांची में राष्ट्रीय ओपन पैदल चाल स्पर्धा-2023 जीतकर अक्षदीप ने एक घंटे 19 मिनट 38 सेकंड का समय निकालकर एक घंटे 19 मिनट 55 सेकंड का अपना ही रिकॉर्ड तोड़ा था। वहीं, भारत के स्टार गोल्फर गगनजीत भुल्लर ने इसी वर्ष चंडीगढ़ ओपन खिताब जीता है। 12 बार के अंतरराष्ट्रीय विजेता भुल्लर का यह 25वां करियर खिताब था।
हॉकी में पदक का रंग बदलने की आस
टोक्यो ओलंपिक में कांस्य पदक, जबकि एशियन गेम्स में स्वर्ण पदक जीतने वाली भारतीय होॅकी टीम इस बार ओलंपिक में पदक का रंग बदलने का प्रयास करेगी। हॉकी स्क्वॉड में स्टार ड्रैग फि्लकर अमृतसर के हरमनप्रीत सिंह और डिफेंडर जरमनप्रीत सिंह, अमृतसर के ही शमशेर सिंह, गुरजंट सिंह व जुगराज सिंह समेत 10 खिलाड़ी शामिल हैं। इनमें ज्यादातर खिलाड़ी टोक्यो ओलंपिक और एशियन गेम्स की टीम का हिस्सा रह चुके हैं। अन्य खिलाड़ियों में जालंधर के मनप्रीत सिंह, हार्दिक सिंह, मनदीप सिंह, सुखजीत सिंह, कपूरथला के किशन बहादुर पाठक शामिल हैं।
टोक्यो में पंजाब के 11 खिलाड़ियों ने जीते थे पदक, हुई थी धनवर्षा
टोक्यो ओलंपिक में भारतीय हॉकी टीम के नौ सदस्यों सहित पंजाब के 11 खिलाड़ियों ने पदक जीते थे। इन्हें सरकार ने पंजाब पुलिस सेवा (पीपीएस) और पंजाब सिविल सेवा (पीसीएस) के पदों पर नियुक्ति दी थी। इसके अलावा नकद इनाम भी दिए गए थे। नई खेल नीति में ओलंपिक खेलों के स्वर्ण, रजत और कांस्य पदक विजेताओं को क्रमवार 3 करोड़, 2 करोड़ और एक करोड़ की राशि दी जाएगी।