मतदाता दिवस से एक दिन पहले दिल्ली विधानसभा चुनाव के लिए शुक्रवार से बुजुर्ग और दिव्यांग मतदाताओं की वोटिंग प्रक्रिया शुरू हो गई है। अलग-अलग विधानसभा क्षेत्रों में 100 से अधिक बुजुर्ग और दिव्यांग मतदाताओं ने मतदान किया।
85 साल से अधिक उम्र के मतदाता भले ही चलने में असमर्थ हों और शरीर कमजोर हो गया हो, लेकिन लोकतंत्र को मजबूत करने की उनकी इच्छा युवाओं जैसी ही है। मतदाता दिवस से एक दिन पहले दिल्ली विधानसभा चुनाव के लिए शुक्रवार से बुजुर्ग और दिव्यांग मतदाताओं की वोटिंग प्रक्रिया शुरू हो गई है। अलग-अलग विधानसभा क्षेत्रों में 100 से अधिक बुजुर्ग और दिव्यांग मतदाताओं ने मतदान किया।
निर्वाचन कार्यालय की टीम मतदाताओं के घर जाकर वोट डलवा रही हैं। चुनाव आयोग की तरफ से मतदाताओं को यह सुविधा दी गई है कि जो मतदाता बुजुर्ग और दिव्यांग हैं, वे घर से वोट डाल सकते हैं। दिल्ली में 85 साल से अधिक उम्र के 1,09,064 और 79,088 दिव्यांग मतदाता हैं। इनमें से 6396 बुजुर्ग और 1046 दिव्यांग मतदाताओं ने घर से मतदान करने का विकल्प चुना है। चार फरवरी तक अलग-अलग टीमें पात्र मतदाताओं के घर जाकर मतदान कराएंगी।