2016 के बाद यह पहली बार है कि जब साफ हवा वाले दिन बढ़े हैं। सिर्फ 2020 को छोड़कर जब हवा कोरोना महामारी के दौरान साफ थी। ऐसे में लोगों ने बीते साल अधिक दिन तक साफ हवा में सांस ली।
राजधानी में वायु गुणवत्ता में सुधार आया है। 2024 में कुल 209 दिन ऐसे रहे जब वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 200 के नीचे दर्ज किया गया। इस श्रेणी में हवा मध्यम श्रेणी में रहती है। ऐसे में 2016 के बाद यह पहली बार है कि जब साफ हवा वाले दिन बढ़े हैं। सिर्फ 2020 को छोड़कर जब हवा कोरोना महामारी के दौरान साफ थी। ऐसे में लोगों ने बीते साल अधिक दिन तक साफ हवा में सांस ली। यही नहीं, खराब हवा वाले दिनों में भी कमी आई है। इस दौरान 157 दिन ऐसे रहे जब वायु गुणवत्ता खराब यानी हवा प्रदूषित रही।
केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) के मुकाबिक दिसंबर माह में 294 औसत एक्यूआई रहा। जोकि पिछले दिसंबर में 348, 2022 में 319 और 2021 में 336 था। विशेष बात है कि 28 दिसंबर को 139 दर्ज किया गया था, जो रिकॉर्ड पर दिसंबर का सबसे स्वच्छ दिन था।