मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान के दिशा-निर्देशों अनुसार पंजाब को नशामुक्त राज्य बनाने के लिए, पंजाब पुलिस की तरफ से आज नशों के पहचाने गए हॉटस्पॉट्स और संवेदनशील क्षेत्रों में नशा सप्लाई की कड़ी को बिक्री के स्तर (पुआइंट ऑफ सेल) से तोड़ने के उद्देश्य से व्यापक राज्य स्तरीय घेराबन्दी और तलाशी ऑपरेशन (सीएएसओ) चलाया गया।
यह ऑपरेशन डायरेक्टर जनरल ऑफ पुलिस (डीजीपी) पंजाब गौरव यादव के निर्देशों पर राज्य के सभी 28 पुलिस जिलों में सुबह 11 बजे से दोपहर 2 बजे तक एक ही समय चलाया गया। सभी रेंजों के एडीजीपीज़/ आईजीपीज़/डिआईजीज़ और सीपीज़/एसएसपीज़ को अपने-अपने जिले में निजी तौर पर इस ऑपरेशन के दौरान निगरानी करने के लिए कहा गया था।
सीपीज़/एसएसपीज़ को उनके सम्बन्धित जिलों में नशों के हॉटस्पॉट्स – नशीले पदार्थों और साइकोट्रोपिक पदार्थों के बिक्री स्थलों या वह क्षेत्र जो नशा तस्करों के लिए पनाहगाह/सुरक्षित स्थान बन गए हैं – की पहचान करके बड़ी संख्या में पुलिस बल के साथ सावधानीपूर्वक ढंग से इस ऑपरेशन को सफल बनाने की योजना तैयार करने के लिए कहा गया था।
स्पेशल डीजीपी लॉ एंड ऑर्डर अर्पित शुक्ला, जो एस.ए.एस. नगर में डिप्टी इंस्पेक्टर जनरल ऑफ पुलिस (डिआईजी) रोपड़ रेंज नीलांबरी जगदले और सीनियर पुलिस कप्तान (एसएसपी) डॉ. सन्दीप गर्ग के साथ इस ऑपरेशन में शामिल हुए, ने कहा कि पंजाब पुलिस की तरफ से सरहदी राज्य से नशों के ख़ात्मे के लिए बहु-स्तरीय रणनीति-इन्फोर्समेंट, डी-एडिक्शन और प्रीवेंशन (ईडीपी) – अपनाई गई है।
उन्होंने कहा कि इस बहु-स्तरीय रणनीति के इन्फोर्समेंट हिस्से के अंतर्गत, पुलिस की तरफ से छोटे नशा तस्करों पर मामला दर्ज करके नशा सप्लाई की कड़ी को बिक्री के स्तर से ही तोड़ने पर ध्यान केंद्रित किया जा रहा है। इसके साथ ही एनडीपीएस एक्ट की धारा 68एफ के अंतर्गत बड़ी मछलियों की ग़ैर-कानूनी जायदादों को भी ज़ब्त किया जा रहा है। उन्होंने आगे कहा कि सरहद पार से नशों की तस्करी को रोकने के लिए सरहद के साथ सुरक्षा की दूसरी कतार को भी मज़बूत किया गया है।
स्पेशल डीजीपी ने कहा कि डीजीपी पंजाब के स्पष्ट निर्देशों के बाद कांस्टेबल रैंक से लेकर इंस्पेक्टर रैंक तक के सभी पुलिस मुलाजिमों, जो तीन या तीन से अधिक सालों से थानों में तैनात हैं, का राज्य भर के थानों में बड़े स्तर पर फेरबदल किया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि पुलिस अधिकारियों को एन.डी.पी.एस. एक्ट के अंतर्गत दर्ज किये सभी मामलों के अगले और पिछले संबंधों की जाँच करने और नशा तस्करों के साथ सांठगांठ में शामिल सभी व्यक्तियों के खि़लाफ़ सख़्त कार्रवाई करने के लिए स्पष्ट तौर पर कहा गया है। उन्होंने कहा कि जेलों में बंद सभी नशा तस्करों पर भी नज़र रखी जा रही है।
स्पेशल डीजीपी अर्पित शुक्ला ने बताया कि राज्य में से नशों की बीमारी को जड़ से समाप्त करने के लिए पंजाब पुलिस के सख़्त यत्नों स्वरूप 2017 से अब तक हेरोइन की बरामदगी में 5.6 गुणा (567 फ़ीसदी) वृद्धि हुई है। ज़िक्रयोग्य है कि 2023 में पंजाब पुलिस की तरफ से रिकॉर्ड 1346 किलोग्राम हेरोइन ज़ब्त की गई है जबकि 2022 में 594 किलोग्राम, 2021 में 571 किलोग्राम, 2020 में 760 किलोग्राम, 2019 में 460 किलोग्राम, 2018 में 424 किलोग्राम और 2017 में 179 किलोग्राम हेरोइन ज़ब्त की गई थी।
इसी तरह एनडीपीएस एक्ट में दोष साबित होने की दर भी 2018 में 59 फीसद से बढ़कर 2023 में 81 फीसदी हो गई है।
उन्होंने कहा कि नशों की तस्करी के विरुद्ध कानून लागू करने के अलावा, पंजाब पुलिस ने नशों के विरुद्ध लड़ाई के लिए लोगों को जागरूक करने और आम लोगों का समर्थन प्राप्त करने के लिए नशों की रोकथाम के हिस्से के तौर पर एक विशेष मुहिम चलाई है। उन्होंने आगे कहा कि नशा मुक्ति मुहिम के हिस्से के तौर पर, नशीले पदार्थों का प्रयोग करने वालों, जो कम मात्रा में नशीले पदार्थों के साथ पकड़े गए, को एनडीपीएस एक्ट की धारा 64-ए का प्रावधानों जो उनको नशामुक्ति और पुनर्सुधार का मौका प्रदान करता है, का लाभ लेने के लिए प्रेरित किया जा रहा है।
इस विशेष ऑपरेशन संबंधी विवरण साझा करते हुए स्पैशल डीजीपी ने बताया कि 3000 से अधिक पुलिस मुलाजिमों वाली 450 से अधिक पुलिस टीमों ने राज्य भर के 280 ड्रग हॉटस्पॉट्स पर यह ऑपरेशन चलाया।
उन्होंने बताया कि इस ऑपरेशन के दौरान पुलिस द्वारा 140 एफआईआर दर्ज करके 166 व्यक्तियों को गिरफ़्तार किया गया है।
इस दौरान हुई बरामदगी बारे जानकारी देते हुए स्पेशल डीजीपी अर्पित शुक्ला ने बताया कि पुलिस टीमों ने 2.7 किलोग्राम हेरोइन, 1.50 लाख रुपए की ड्रग मनी, 12.2 किलो भुक्की, 5820 नशीली गोलियाँ और भारी मात्रा में जायज़ और नाजायज शराब और लाहन बरामद करने के अलावा 16 मोटर साइकिल और तीन कारें ज़ब्त की हैं।
बॉक्सः मार्च 2022 से अब तक नशों के ख़ात्मे के लिए की गई कार्रवाई
गिरफ़्तार किये तस्कर/सप्लायरः 35385
2 किलोग्राम और इससे अधिक हेरोइन समेत पकड़ीं बड़ी मछलियांः 356
कुल एफआईआर दर्जः 25887
कमर्शियल मात्रा की कुल एफआईआरः 3256
जायदाद ज़ब्तः 200 करोड़ रुपए की 459 जायदादें
कुल हेरोइन बरामदः 2309 किलोग्राम
कुल अफ़ीम बरामदः 2218 किलोग्राम
कुल भुक्की बरामदः 1050 क्विंटल
कुल गाँजा बरामदः 2568 किलोग्राम
कुल आईसीई ड्रग बरामदः 46 किलोग्राम
फारमा ओपिओइड की कुल गोलियां/ कैप्सूल/टीके/शीशियं बरामदः 4.16 करोड़
कुल ड्रग मनी बरामदः 24.55 करोड़ रुपए
एन.डी.पी.एस. मामलों में भगौड़ों की गिरफ़्तारीः 2956
पी.आई.टी.-एन.डी.पी.एस. एक्ट के अंतर्गत तैयार प्रस्तावः 89