भाजपा के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार और राज्य के वित्तीय हितों को नुक्सान पहुँचाने वाले मंसूबे के अंतर्गत काम करने का आरोप लगाते हुए लोक सभा हलका संगरूर से सांसद गुरमीत सिंह मीत हेयर ने कहा कि वह केंद्र द्वारा ग्रामीण विकास फंड और मंडी विकास फंड का 7 हज़ार करोड़ और राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन, सर्व शिक्षा अभियान और अन्य केंद्रीय योजनाओं के अंतर्गत राज्य के फंड को केंद्र द्वारा जान-बूझ कर रोकने का मुद्दा पार्लियामेंट में ज़ोरदार ढंग से उठाएगें।
आज यहाँ मीडिया के साथ बातचीत करते हुए मीत हेयर ने कहा कि केंद्र द्वारा पंजाब के वित्तीय अधिकारों पर हो रहे इस हमले ख़िलाफ़ तब तक ज़ोरदार आवाज़ उठाएगें जब तक राज्य को इंसाफ़ नहीं मिल जाता।
लोक सभा स्पीकर के चुनाव को ले कर पूछे एक सवाल के जवाब में मीत हेयर ने कहा कि भारतीय लोकतंत्र में रिवायत रही है कि लोक सभा में स्पीकर सत्ताधारी पक्ष का रहा है जबकि डिप्टी स्पीकर हमेशा विरोधी पक्ष से सम्बन्धित रहा है परन्तु भाजपा इस लोकतंत्र समर्थकीय रिवायत को तोड़ रही है। उन्होंने कहा कि भाजपा के लोकतंत्र विरोधी कदम ख़िलाफ़ डटने की भावना के साथ विरोधी पक्ष ने स्पीकर का चुनाव करवाए जाने का फ़ैसला लिया है। उन्होंने कहा कि इस बार चुनाव संविधान और लोकतंत्र को बचाने के मुद्दे पर लड़ा गया था जिसको पूरे देश के लोगों ने रचनात्मिक स्वीकृति दी है।
मीत हेयर ने कहा कि पंजाब के लोगों ने उनको लोक सभा में चुनकर भेजा है और वह राज्य के अधिकारों को हर पक्ष से महफूज़ रखने के लिए केंद्र के पंजाब विरोधी प्रत्येक फ़ैसले का ज़ोरदार विरोध करेंगे।