पंजाब के पटियाला में एक बुजुर्ग पिता ने अपनी औदाल से परेशान होकर आत्महत्या कर ली। नशेड़ी बेटा आठ साल से पिता पर जुल्म कर रहा था। बेटा पिता को मारता पीटता था। दुखी होकर पिता ने अपनी जीवन लीला ही खत्म कर ली।
भगवान ऐसा बेटा किसी को न दे… ये शब्द उस पिता के मुंह से निकले होंगे जिसने बेटे के कारनामों से परेशाना होकर अपनी जीवन लीला खत्म कर ली। पटियाला में नशेड़ी बेटे से परेशान होकर बुजुर्ग पिता ने जहरीली चीज खाकर आत्महत्या कर ली। थाना त्रिपड़ी पुलिस ने मृतक की मां की शिकायत पर आरोपी पोते के खिलाफ केस दर्ज करके उसे गिरफ्तार कर लिया है। आरोपी सिमरनजीत सिंह (30) है, जो कोई कामकाज नहीं करता था। वहीं मृतक की पहचान अजैब सिंह (62) के तौर पर हुई है। पुलिस के मुताबिक अजैब सिंह जंगलात विभाग से रिटायर हुआ था।
आरोपी की दादी मलकीत कौर निवासी आनंद नंगर-ए त्रिपड़ी की ओर से पुलिस को दी शिकायत के मुताबिक सिमरनजीत सिंह नशे की बुरी लत का शिकार था। परिवार वालों की ओर से नशे के लिए पैसे न देने पर वह घर का सामान उठाकर बेच आता था। पिता अजैब सिंह जब सिमरनजीत सिंह को नशे करने व घर का सामान बेचने से रोकता था। इससे गुस्से में आकर आरोपी नशे की हालत में अकसर अपने पिता के साथ मारपीट करता था। यह सब पिछले करीब 8 सालों से चलता आ रहा था। इन सबसे बुजुर्ग अजैब सिंह मानसिक तौर पर काफी तंग-परेशान रहने लगा था। इसी हालत में अजैब सिंह ने कोई जहरीली चीज खाकर अपनी जान दे दी। पुलिस के मुताबिक दादी की शिकायत पर आरोपी पोते सिमरनजीत सिंह के खिलाफ केस दर्ज करके उसे गिरफ्तार कर लिया है।
जमीनी विवाद में महिला ने जहरीली दवा पी आत्महत्या की
थाना सदर समाना के अधीन पड़ते गांव तरखाण माजरा में जमीनी विवाद में एक महिला की ओर से जहरीली दवा पीकर आत्महत्या करने का मामला सामने आया है। मामले में पुलिस ने मृतक महिला के बेटे की शिकायत पर गांव के ही रहने वाले पिता-बेटे के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है। मृतक महिला की पहचान अंग्रेज कौर (55) के तौर पर हुई है।
लखविंदर सिंह निवासी गांव तरखाण माजरा की ओर से पुलिस को दी शिकायत के मुताबिक उसकी माता अंग्रेज कौर ने चार कनाल 10 मरला जमीन आरोपी पिता-बेटे के पास गहने रखी थी। लेकिन आरोपियों ने साजिश रच कर जमीन को गहने रखने की बजाय इसकी रजिस्टरी अपने नाम करा ली। इस संबंधी अदालत में केस भी चल रहा है। इसी जमीन को लेकर पंचायती तौर पर राजीनामा हुुआ था, लेकिन अंग्रेज कौर इस फैसले से सहमत नहीं थी। इसी बीच आरोपियों की ओर से की साजिश से तंग आकर अंग्रेज कौर ने कोई जहरीली दवा पी ली। उसे पटियाला के राजिंदरा अस्पताल ले जाया गया। वहां से पीजीआई चंडीगढ़ ले जाने लगे, लेकिन इसी बीच अंग्रेज कौर की मौत हो गई।