पेरिस ओलंपिक में प्रदर्शन के लिए नीरज चोपड़ा ने करीब आठ माह तुर्की में रहकर कड़ा अभ्यास किया। उन्होंने लगातार दूसरे ओलंपिक में पदक जीता है। उन्होंने ये पदक जीतकर इतिहास रचाा है।
पिता और चाचा बोले नीरज पर थी सबकी नजर
नीरज के पिता सतीश कुमार ने बताया कि पेरिस ओलंपिक में नीरज पर सबकी नजर हैं। हर कोई उनको लेकर प्रार्थना कर रहा था। खंडरा गांव का बच्चा-बच्चा इसको लेकर उत्साहित था। वह आठ महीने से पेरिस ओलंपिक को लेकर तैयारी में लगा हुआ था। वे उनका गांव में फिर से भव्य स्वागत करेंगे।
टोक्यो ओलंपिक में स्वर्ण पदक जीतने वाले खंडरा के लाल नीरज चोपड़ा गुरुवार रात को दूसरी बार पेरिस ओलंपिक में मैदान में उतरे। उनका मैच भारतीय समय अनुसार रात 11:50 बजे शुरू हुआ। ऐसे में नीरज के गांव खंडरा में फाइनल मुकाबले को लेकर खासा उत्साह रहा। लाइव मैच देखने के लिए पैतृक गांव खंडरा समेत शहर के स्थानों पर बड़ी स्क्रीन लगाई, जहां सामूहिक रूप से लोगों ने मैच देखा।
पेरिस ओलंपिक में प्रदर्शन के लिए नीरज चोपड़ा ने करीब आठ माह तुर्की में रहकर कड़ा अभ्यास किया था। इस दौरान दो दिन के लिए एक चैंपियनशिप में भाग लेने के लिए वे स्वदेश आए थे और फिर वापस तुर्की चले गए थे। इसके बाद 31 जुलाई को पेरिस ओलंपिक में भाग लेने के लिए पहुंचे, जहां बीते रोज क्वालीफाइंग राउंड में 89.34 मीटर भाला फेंककर उन्होंने अपने इरादे जाहिर कर दिए हैं।