पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान ने हाल ही में समाप्त हुए पेरिस ओलंपिक में कांस्य पदक जीतने वाली भारतीय हॉकी टीम के पंजाबी खिलाड़ियों को एक-एक करोड़ रुपए के नकद इनाम से सम्मानित किया।
अपने संबोधन में मुख्यमंत्री ने कहा कि यह एक ऐतिहासिक अवसर है क्योंकि प्रदेश और देश का नाम रोशन करने वाले खिलाड़ियों को सम्मानित किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि इन हॉकी खिलाड़ियों की यह शानदार जीत पूरे देश के लिए गर्व और संतुष्टि का विषय है। भगवंत सिंह मान ने कहा कि उन्होंने व्यक्तिगत रूप से टीम का हर मैच देखा है और इन खिलाड़ियों के शानदार प्रदर्शन ने हमें गर्व महसूस कराया है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि 52 वर्षों के अंतराल के बाद भारतीय टीम को ऑस्ट्रेलिया को हराकर बेहद खुशी हुई है, और स्पेन, इंग्लैंड और अन्य टीमों के खिलाफ मैच भी शानदार रहे। उन्होंने कहा कि टीम का पदक जीतना हर देशवासी के लिए सपने के साकार होने जैसा है और सबसे अच्छी बात यह है कि कप्तान हरमनप्रीत ने आगे बढ़कर टीम का नेतृत्व किया, जिससे टीम जीत की ओर अग्रसर हुई। भगवंत सिंह मान ने कहा कि इस नेतृत्व की क्षमता बेमिसाल थी, जिसके कारण टीम ने पेरिस ओलंपिक में कांस्य पदक जीता।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हरमनप्रीत ने अकेले ओलंपिक में 10 गोल किए हैं और उन्हें खुशी है कि प्रदेश सरकार आज इन हीरों को सम्मानित कर रही है। उन्होंने कहा कि आज पूरा देश इन खिलाड़ियों को शुभकामनाएं दे रहा है और उनके कीर्तिमान की सराहना कर रहा है। भगवंत सिंह मान ने कहा कि भारतीय हॉकी पुनरुत्थान के रास्ते पर है और पंजाब नवंबर महीने में हॉकी की चार विश्व स्तरीय टीमों के बीच लीग टूर्नामेंट आयोजित करने पर विचार कर रहा है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश सरकार खेलों को प्रोत्साहित करने के लिए पूरी तत्परता से काम कर रही है और इसके लिए कोई कसर नहीं छोड़ी जाएगी। उन्होंने कहा कि ‘खेडा वतन पंजाब दीयां’ का तीसरा संस्करण 28 अगस्त से शुरू होगा, जो प्रदेश में खेलों को प्रोत्साहित करने के लिए प्रेरक के रूप में कार्य करेगा। भगवंत सिंह मान ने आगे कहा कि पंजाब सरकार प्रदेश में खेलों को प्रोत्साहित करने के लिए माहिलपुर क्षेत्र में फुटबॉल, संगरूर में बॉक्सिंग, जालंधर में हॉकी, लुधियाना में एथलेटिक्स और अन्य खेल क्लस्टरों का विकास करेगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि पदक विजेता खिलाड़ियों को नकद इनाम और नौकरियों के अलावा प्रदेश सरकार पहले से दी गई नौकरियों में तरक्की देने की संभावना भी तलाशेगी। एक विशेष भूमिका निभाते हुए भगवंत सिंह मान ने ओलंपिक मैचों के दौरान मैदान में उनके अनुभवों के बारे में खिलाड़ियों से सवाल-जवाब भी किए। हरमनप्रीत सिंह, जर्मनप्रीत सिंह और अन्य खिलाड़ियों के साथ बातचीत के दौरान मुख्यमंत्री ने मैचों के दौरान खिलाड़ियों द्वारा दिखाई गई शानदार खेल भावना की सराहना की, जिसके कारण टीम ने शानदार जीत हासिल की।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राष्ट्रीय खेल हॉकी की पुरानी शान बहाल करने के लिए पूरा देश इन सभी खिलाड़ियों का ऋणी है। भगवंत सिंह मान ने कहा कि भारतीय हॉकी टीम की ऐतिहासिक उपलब्धि को व्यक्त करने के लिए शब्द भी कम पड़ जाते हैं। उन्होंने टीम के सदस्यों को विश्वास दिलाया कि इस नेक काम के लिए कोई कसर नहीं छोड़ी जाएगी। उन्होंने कहा कि इन खिलाड़ियों को नशे के खिलाफ प्रदेश की मुहिम के लिए ब्रांड एंबेसडर बनाया जाएगा ताकि हमारे युवाओं को प्रेरणा मिल सके।
इस मौके पर भारतीय हॉकी टीम के कप्तान हरमनप्रीत सिंह ने खेलों को प्रोत्साहित करने के लिए अनुकूल माहौल प्रदान करने के लिए मुख्यमंत्री की सराहना की। उन्होंने कहा कि पंजाब सरकार द्वारा पदक विजेता खिलाड़ियों का सम्मान प्रदेश में खेलों को और भी बढ़ावा देने में सहायक सिद्ध होगा। हरमनप्रीत सिंह ने कहा कि यह प्रदेश के युवाओं को नशे की बुराई से दूर करने में भी मदद करेगा।
भारतीय हॉकी खिलाड़ी मनदीप सिंह ने भी प्रदेश में खेलों को बढ़ावा देने के लिए मुख्यमंत्री का धन्यवाद किया। उन्होंने मुख्यमंत्री से वादा भी किया कि अगली बार ओलंपिक में पदक का रंग बदलेगा। मनदीप सिंह ने यह भी उम्मीद जताई कि अगली बार प्रदेश की ओलंपिक टीम में पंजाब के खिलाड़ियों की संख्या में भी वृद्धि होगी।
मुख्यमंत्री ने आठ हॉकी खिलाड़ियों को एक-एक करोड़ रुपये और ओलंपिक खेलों में भाग लेने वाले 11 अन्य खिलाड़ियों को 15-15 लाख रुपए के चेक दिए।