पंजाब में एफ.सी.आई. के पास चावल की डिलीवरी के लिए कवर स्टोरेज स्पेस (भंडारण की जगह) की भारी कमी के मुद्दे को उठाते हुए, आज खाद्य, नागरिक आपूर्ति और उपभोक्ता मामलों के मंत्री श्री लाल चंद कटारूचक ने केंद्रीय उपभोक्ता, खाद्य और सार्वजनिक वितरण मंत्री श्री प्रहलाद जोशी से मुलाकात की।
इस बैठक के दौरान, श्री कटारूचक ने केंद्रीय मंत्री को अवगत किया कि राज्य में चावल के भंडारण के लिए जगह की भारी कमी है और पिछले 5 महीनों से (24 अप्रैल से) राज्य से केवल 3-4 लाख मीट्रिक टन चावल की सीमित आवाजाही के कारण स्थिति और भी गंभीर हो गई है।
अधिक जानकारी देते हुए, श्री कटारूचक ने कहा कि इस तथ्य को ध्यान में रखते हुए कि 1 अक्टूबर से खरीफ मार्केटिंग सीजन (के.एम.एस.)-2024 शुरू होने वाला है, इस मुद्दे को जल्द से जल्द हल करने की आवश्यकता है, और इस सीजन के दौरान लगभग 185-190 लाख मीट्रिक टन धान की खरीद की जाएगी जिससे 125-128 लाख मीट्रिक टन चावल का उत्पादन होगा।
उन्होंने इस मुद्दे का जल्द से जल्द समाधान करने पर जोर दिया, क्योंकि पंजाब के राइस मिलर्स में जगह की कमी के कारण उत्पन्न हो रही समस्या से पहले ही चिंता बढ़ रही है और इससे सीजन के दौरान धान की निर्विघ्न खरीद प्रभावित हो सकती है।
केंद्रीय मंत्री के व्यक्तिगत हस्तक्षेप पर जोर देते हुए, श्री कटारूचक ने उनसे एफ.सी.आई. को कवर स्टोरेज स्पेस के आवश्यक प्रबंधन के लिए निर्देश देने और सितंबर 2024 से मार्च 2025 तक पंजाब के कवर गोदामों से चावल और गेहूं की रोजाना कम से कम 25 विशेष ट्रेनों के मंगवाकर मासिक कम से कम 20 लाख मीट्रिक टन की आवाजाही सुनिश्चित करने के लिए कहा, ताकि खरीफ मार्केटिंग सीजन 2024 के लिए चावल के भंडारण के लिए आवश्यक जगह और निर्विघ्न खरीद सीजन सुनिश्चित किया जा सके।
केंद्रीय मंत्री ने जगह संबंधी मुद्दे और राज्य को दरपेश अन्य मुद्दों का जल्द से जल्द समाधान करने का आश्वासन दिया।
इस मौके पर खाद्य, नागरिक आपूर्ति और उपभोक्ता मामले विभाग, पंजाब के प्रमुख सचिव श्री विकास गर्ग और निदेशक श्री पुनीत गोयल भी उपस्थित थे।