भारत मंडपम में मंगलवार से 20 सितंबर तक 8वें भारत जल सप्ताह के तहत प्रदर्शनियां लगाएगा। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू कार्यक्रम का शुभारंभ करेंगी। कार्यक्रम का विषय ‘समावेशी जल विकास और प्रबंधन के लिए भागीदारी और सहयोग’ है।
देबाश्री मुखर्जी जल संसाधन, नदी विकास और गंगा संरक्षण सचिव देबाश्री मुखर्जी ने कहा स्वच्छ जल तक पहुंच, स्वच्छता एवं स्थायी जल प्रबंधन का कार्य सिर्फ सरकारें नहीं कर सकती हैं। इसके लिए उद्योगों, शिक्षाविदों और नागरिक समाज को मिलकर काम करना होगा। यह कई हितधारकों को एक साथ लाने, एक-दूसरे से सीखने और मुद्दों का मिलकर समाधान खोजने का प्रयास है। उन्होंने कहा, आयोजन का मकसद उपलब्ध जल संसाधनों का अधिकतम प्रयोग और प्रबंधन है। इसका लक्ष्य 21 वीं सदी में जल प्रबंधन की जटिलताओं को संबोधित करना है।
इस आयोजन में चीन और बांग्लादेश भाग नहीं लेंगे। बांग्लादेश पहले इस आयोजन में सक्रिय भूमिका में था, लेकिन वहां के हालातों के चलते अब वह इस आयोजन का हिस्सा नहीं होगा। आयोजन में चार देशों और भारत के आठ राज्यों के मंत्री भाग लेंगे। ये जल प्रबंधन पर अपने अनुभवों को साझा करेंगे। इसके अलावा दो महिला जल योद्धा जो जल संसाधनों के प्रबंधन पर अपने जीवन के वास्तविक अनुभवों को साझा करेंगी। इसमें मध्य प्रदेश से उजियारी बाई हैं। कार्यक्रम में कनाडा, ब्रिटेन जैसे देशों के उच्च तकनीक समाधानों के अलावा शैक्षणिक संस्थान अपनी दक्षता का प्रदर्शन करेंगे। इसके अलावा स्टार्टअप भी अपने सफलता की कहानियां साझा करेंगे।