मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान की अगुवाई वाली पंजाब सरकार ने अपने कार्यकाल के महज 30 महीनों में युवाओं को 45560 सरकारी नौकरियाँ प्रदान करके एक बड़ा मील का पत्थर हासिल किया है।
यहाँ टैगोर थियेटर में मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान की तरफ से स्वास्थ्य और परिवार कल्याण विभाग में नए भर्ती हुए 586 उम्मीदवारों को नियुक्ति पत्र सौंपते हुए पंजाब के स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्री डॉ. बलबीर सिंह ने इसे बड़ी उपलब्धि बताया, जो युवाओं की किस्मत बदलने में अहम सिद्ध होगी। उन्होंने कहा कि मिशन रोजगार युवाओं की भलाई को सुनिश्चित करने और उनके लिए रोजगार के नए रास्ते खोलने के लिए राज्य सरकार की दृढ़ प्रतिबद्धता को दर्शाता है।
यह उल्लेखनीय है कि नए भर्ती हुए उम्मीदवारों में 558 मल्टीपरपज़ हेल्थ वर्कर (महिला) या सहायक नर्स दाईयाँ (ए.एन.एम.), 14 ऑप्थाल्मिक (आंखों की बीमारियों से संबंधित) अधिकारी, 6 मेडिकल लैब तकनीशियन ग्रेड-2, 3 स्टेनोग्राफर और 5 वार्ड अटेंडेंट (तरस के आधार पर) शामिल हैं।
इस मौके पर संबोधित करते हुए डॉ. बलबीर सिंह ने कहा कि स्वास्थ्य विभाग को और मजबूत करने के लिए पंजाब सरकार द्वारा चरणवार 1390 डॉक्टरों की पदों की भर्ती की जा रही है, जिनमें से पहले चरण में 400 पदों के लिए विज्ञापन जारी किया जा चुका है। इसके अलावा 435 हाउस सर्जनों की नियुक्ति भी प्रक्रिया अधीन है।
यह ध्यान देने योग्य है कि मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान की अगुवाई में स्वास्थ्य विभाग में आज भर्ती हुए 586 उम्मीदवारों समेत कुल 1910 नए उम्मीदवारों की भर्ती की गई है।
स्वास्थ्य मंत्री ने बताया कि स्वास्थ्य विभाग में नई भर्ती के तहत मल्टीपरपज़ हेल्थ वर्कर्स (महिलाओं) की कुल 986 नियमित भर्तियाँ हुई हैं, जिनमें से 586 आज विभाग में जॉइन कर रहे हैं, जबकि 428 अन्य उम्मीदवारों को जल्द ही नियुक्ति पत्र सौंपे जाने हैं।
उन्होंने कहा कि यह बहुत ही गर्व और संतोष की बात है कि सभी युवाओं को उनकी योग्यता और सूझ-बूझ के आधार पर इन पदों के लिए चुना गया है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान के ठोस प्रयासों के कारण राज्य से युवाओं के प्रवास को कम करना शुरू हो गया है। उन्होंने कहा कि राज्य के युवा बेहतर जीवन की खोज में विदेश जाने के बजाय अब यहीं पर नौकरियाँ हासिल करने के लिए कड़ी मेहनत कर रहे हैं।
डॉ. बलबीर सिंह ने बताया कि राज्य में 30 नए आम आदमी क्लीनिक शुरू होने के साथ ही 30 महीनों में क्लीनिकों की कुल संख्या 872 हो गई है और 2 करोड़ से अधिक लोग इन क्लीनिकों से अपना इलाज करवा चुके हैं।