हिमाचल प्रदेश के मंडी से सांसद कंगना रणाैत ने कहा है कि केंद्र सरकार को रद्द किए तीनों कृषि कानूनों को दोबारा लागू करना चाहिए। उन्होंने कहा कि देशभर में केंद्र के इन कानूनों को सराहा गया था, केवल एक प्रदेश के किसानों ने इनके खिलाफ आवाज उठाई थी।
हिमाचल प्रदेश के मंडी से सांसद कंगना रणौत के तीन कृषि कानूनों को दोबारा लागू किए जाने के विवादित बयान ने तूल पकड़ना शुरू कर दिया है। पंजाब में इस पर सियासी बवाल मच गया है। कांग्रेस, शिअद और आप के नेताओं ने सांसद कंगना के इस बयान पर भाजपा हाईकमान को उन्हें पार्टी से निष्कासित करने की मांग की है।
पंजाब में विपक्ष के नेता प्रताप सिंह बाजवा ने मंगलवार को भाजपा के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार की बॉलीवुड अभिनेत्री और मंडी की सांसद कंगना रणौत को विवादास्पद कृषि कानूनों की बहाली की वकालत करने के लिए मुखपत्र के रूप में नियुक्त करने की तीखी आलोचना की। बाजवा ने कहा कि भाजपा अपने किसान विरोधी एजेंडे को आगे बढ़ाने के लिए कंगना का इस्तेमाल कर रही है, उन्होंने सरकार से इस पर तत्काल स्पष्टीकरण मांगा।