तमिलनाडु से अक्सर हिंदी को भाषा के तौर पर जबरन नहीं थोपने की आवाज उठती रही है। ताजा घटनाक्रम हिंदी के विरोध का नहीं, बल्कि इसके प्रसार की अपील का है। केंद्रीय मंत्री सर्बानंद सोनोवाल ने हिंदी में स्नातक करने वाले युवाओं से हिंदी भाषा के राजदूत बनने का आह्वान किया।
तमिलनाडु दौरे पर पहुंचे केंद्रीय मंत्री सर्बानंद सोनोवाल ने शनिवार को हिंदी में स्नातक करने वाले युवाओं से हिंदी भाषा के राजदूत बनने और दुनिया भर में इसकी महानता का प्रचार करने की अपील की। दक्षिण भारत हिंदी प्रचार सभा के 83वें दीक्षांत समारोह में सोनोवाल ने कहा कि हिंदी में एक महान शक्ति है। इसने दुनिया भर के लोगों के दिलों पर कब्जा कर लिया है। इस दौरान उन्होंने छात्रों को डिग्री प्रदान की।
ऐसे हुआ सभी भारतीय भाषाओं का जन्म
उन्होंने कहा, इस भाषा में मानवता है। सभी भारतीय भाषाओं का जन्म भारत माता के चरणों से हुआ है। वे सब एक हैं, हमें दुनिया को यह संदेश देना चाहिए कि ये भाषा देशभक्ति और मानवता की प्रतीक है। केंद्रीय बंदरगाह, जहाजरानी और जलमार्ग मंत्री सर्बानंद सोनोवाल ने कहा, हिंदी की सुंदरता और महानता का प्रसार करें। इसे एक सार्वभौमिक भाषा बनाएं।
इस भाषा से ‘एक भारत, श्रेष्ठ भारत’ के लोकाचार का भी प्रदर्शन
हिंदी एकता की भाषा है और इसका इस्तेमाल सभी भारतीयों को एक सूत्र में बांधता है। यह एक भारत, श्रेष्ठ भारत के लोकाचार का भी प्रदर्शन है जहां हम अपनी एकता और अखंडता को मजबूत करने के लिए विविधता को अपनाते हैं।
लगभग 8,000 छात्रों को मिली उपाधियां
सोनोवाल ने छात्रों को राष्ट्र-निर्माण गतिविधियों में उनकी आगे की यात्रा के लिए शुभकामनाएं दीं। उन्होंने कहा, 1918 में राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की ओर से स्थापित इस संस्थान में उपस्थित होना मेरे लिए बहुत सौभाग्य की बात है। समारोह में प्रवीण और विशारद परीक्षा उत्तीर्ण करने वाले लगभग 8,000 छात्रों ने अपनी डिग्री प्राप्त कीं। परीक्षा में सर्वोच्च अंक प्राप्त करने वाले चेन्नई के छात्रों और रैंक हासिल करने वाले स्नातकोत्तर छात्रों को कार्यक्रम में सम्मानित किया गया।