4600 करोड़ की लागत से साहिबाबाद-न्यू अशोक नगर कॉरिडोर तैयार
दिल्ली-गाजियाबाद-मेरठ नमो भारत कॉरिडोर पर साहिबाबाद से न्यू अशोक नगर के बीच 13 किलोमीटर का यह कॉरिडोर करीब 4600 करोड़ की लागत से तैयार हुआ है। वहीं फेज चार में जनकपुरी पश्चिम-कृष्णा पार्क एक्सटेंशन के बीच करीब 1200 करोड़ की लागत से 2.8 किलोमीटर का भूमिगत मेट्रो कॉरिडोर का निर्माण किया गया है। यह फेज चार में दिल्ली मेट्रो का पहला कॉरिडोर है जिस पर रविवार से मेट्रो सेवा उपलब्ध हो जाएगी।
कृष्णा पार्क एक्सटेंशन नया मेट्रो स्टेशन बना
मजेंटा लाइन की कुल लांबाई 40 किलोमीटर हो जाएगी
जनकपुरी पश्चिम से कृष्णा पार्क के बीच मेट्रो का परिचालन शुरू होने पर मजेंटा लाइन पर बोटेनिकल गार्डन नोएडा से सीधे कृष्णा पार्क एक्सटेंशन तक मेट्रो की सेवा उपलब्ध हो जाएगी। इससे मजेंटा लाइन की कुल लांबाई 40 किलोमीटर हो जाएगी। साथ ही एनसीआर में मेट्रो का नेटवर्क 394.448 किलोमीटर हो जाएगा और स्टेशनों की संख्या 289 हो जाएगी।
जनकपुरी पश्चिम से कृष्णा पार्क एक्सटेंशन के बीच बढ़ेगी मेट्रो की फ्रिक्वेंसी
दिल्ली मेट्रो रेल निगम (डीएमआरसी) का कहना है कि शुरुआत में जनकपुरी पश्चिम से कृष्णा पार्क एक्सटेंशन के बीच अभी 16 मिनट के अंतराल पर मेट्रो उपलब्ध होगी। अगले वर्ष 29.26 किलोमीटर जनकपुरी पश्चिम-आरके आश्रम का पूरा कॉरिडोर तैयार हो जाएगा। तब मेट्रो की फ्रिक्वेंसी बढ़ेगी।
6,230 करोड़ की लागत से बनेगा रिठाला-कुंडली मेट्रो कॉरिडोर
इसके अलावा प्रधानमंत्री रिठाला-कुंडली मेट्रो कॉरिडोर का शिलान्यास करेंगे। करीब 6,230 करोड़ की लागत से इस कॉरिडोर का निर्माण होगा, जिसकी लंबाई 26.5 किलोमीटर होगी। इससे दिल्ली के रोहिणी, बवाना, नरेला के लोगों के साथ-साथ हरियाणा को कुंडली के लोगों को फायदा होगा।
यह कॉरिडोर वर्तमान रेड लाइन (रिठाला-नया बस अड्डा गाजियाबाद) की विस्तार परियोजना है। चार वर्ष में इसके तैयार होने पर हरियाणा के कुंडली से दिल्ली के रिठाला से होते हुए सीधे गाजियाबाद तक सीधी मेट्रो उपलब्ध होगी। उक्त तीनों परियोजनाओं से दिल्ली व एनसीआर के परिवहन सुविधाओं को रफ्तार मिलेगी।
रोहिणी में बनेगा आयुर्वेद का नया अस्पताल
प्रधानमंत्री रोहिणी में केंद्रीय आयुर्वेद अनुसंधान शोध संस्थान के निर्माणकार्य का शिलान्यास होगा। 185 करोड़ की लागत से आयुर्वेद के इस नए अस्पताल का निर्माण होगा। इसमें प्रशासनिक ब्लॉक, ओपीडी ब्लॉक व आइपीडी ब्लॉक का निर्माण किया जाएगा। इसमें एकीकृत चिकित्सा के साथ-साथ शोध को भी बढ़ावा दिया जाएगा।