कांग्रेस ने यहां से कोई प्रत्याशी अभी नहीं उतारा है। इसी तरह रोहतास नगर सीट पर मौजूदा विधायक जितेंद्र महाजन पर भाजपा ने चुनावी अखाड़े में दांव खेला है। उनके सामने आप की सरिता सिंह हैं, जो वर्ष 2015 में जितेंद्र को मात देकर यहां से विधायक रह चुकी हैं।
वर्ष 2020 में भी दोनों का आमना-सामना हुआ था, तब जितेंद्र ने 13 हजार से अधिक मतों से बाजी मारी थी। कांग्रेस ने अभी तक मुकाबले के लिए किसी खिलाड़ी को नहीं उतारा है। वहीं तिमारपुर सीट से भाजपा ने सूर्य प्रकाश खत्री को उतारा है, जबकि आप ने सुरेंद्र पाल सिंह बिट्टू को टिकट दिया है। कांग्रेस ने अभी पत्ते नहीं खोले हैं।

बाबरपुर, बुराड़ी, गोकलपुर सीट पर भाजपा ने नहीं खोले पत्ते

बाबरपुर सीट पर आप ने कैबिनेट मंत्री एवं मौजूदा विधायक गोपाल राय को बरकरार रखा है। वह दो बार से लगातार सीट पर काबिज हैं। गोपाल राय आप के प्रदेश संयोजक भी हैं। उनके सामने कांग्रेस से पूर्व विधायक हाजी इशराक खान हैं, जो पहले आप में थे। वह आप की टिकट पर 2015 में सीलमपुर विधानसभा क्षेत्र से विधायक चुने गए थे। भाजपा ने प्रत्याशी को लेकर अभी पत्ते नहीं खोले हैं।

इसी तरह बुराड़ी से दो बार के विधायक संजीव झा को आप ने मैदान में बरकरार रखा है। कांग्रेस ने मंगेश त्यागी को चुनावी रण में उतारा है। भाजपा ने यहां से टिकट घोषित नहीं किया है। आरक्षित गोकलपुर सीट पर आप ने सबसे पहले अपने प्रत्याशी की घोषणा की।
उन्होंने वर्तमान विधायक चौधरी सुरेंद्र कुमार पर फिर से भरोसा जाताया। पिछले चुनाव में सुरेंद्र को 53.22 प्रतिशत वोट मिले थे, जबकि उनके प्रतिद्वंदी भाजपा उम्मीदवार 41.5 प्रतिशत वोट ही ले पाए थे। कांग्रेस से प्रमोद कुमार जयंत इस सीट पर मैदान में हैं। भाजपा ने इस सीट पर प्रत्याशी को लेकर पत्ते नहीं खोले हैं।

मुस्तफाबाद सीट

मुस्तफाबाद सीट पर दिल्ली दंगे के आरोपित ताहिर हुसैन को एआइएमआइएम ने टिकट देकर ध्रुवीकरण करने का प्रयास किया है। ताहिर जेल में बंद है, लेकिन उसके लिए असदुद्दीन ओवैसी प्रचार कर चुके हैं। आप ने मौजूदा विधायक हाजी यूनुस की जगह यहां से आदिल अहमद खान को उतारा है।

आदिल आजादपुर फल एवं सब्जी मंडी के चेयरमैन रह चुके हैं। राजनीति में आने से पहले वह पत्रकार थे। भाजपा ने यहां से करावल नगर के मौजूदा विधायक मोहन सिंह बिष्ट को टिकट दिया है, क्योंकि वर्ष 2008 से पहले मुस्तफाबाद करावल नगर का हिस्सा था। उस समय बिष्ट की यहां पकड़ थी। कांग्रेस ने यहां से पूर्व विधायक हसन अहमद के बेटे अली मेहदी को मैदान में उतारा है। अली मेहदी दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कमेटी के उपाध्यक्ष हैं।

सीलमपुर सीट

सीलमपुर सीट पर त्रिकोणीय मुकाबले के आसार हैं। आप ने कांग्रेस से आए पूर्व पार्षद जुबैर अहमद को टिकट दिया है। जुबैर मार्च 2021 में हुए निगम के उप चुनाव में जीतकर पार्षद बने थे। राजनीति से उनका गहरा नाता रहा है। उनकी पत्नी शगुफ्ता चौधरी चौहान बांगर वार्ड से मौजूदा पार्षद हैं।

वहीं पिता मतीन अहमद इस सीट से पांच बार विधायक रहे हैं। यहां से मौजूदा विधायक अब्दुल रहमान कांग्रेस की टिकट पर चुनाव लड़ रहे हैं। उनका खुद का अपना वजूद है। विधायक से पहले वह पार्षद थे। भाजपा ने यहां से मौजपुर के पार्षद अनिल गौड़ को चुनावी दंगल में उतारा है।