भारत निर्वाचन आयोग (ECI) ने मंगलवार को दिल्ली विधानसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान कर दिया। साथ में उत्तर प्रदेश की मिल्कीपुर और तमिलनाडु की इरोड सीट पर भी उपचुनाव होंगे।
विधानसभा चुनाव और उपचुनाव के लिए एक चरण में 5 फरवरी को मतदान होगा और 8 फरवरी नतीजे आएंगे। जम्मू कश्मीर की दो सीटों पर उपचुनाव टल गया। आइए जानते हैं कि चुनाव आयोग ने क्यों नहीं किया तारीखों का ऐलान?
कयास लगाए जा रहे थे कि दिल्ली विधानसभा चुनाव के लिए जम्मू कश्मीर की बडगाम और नगरोटा विधानसभा सीटों पर उपचुनाव की तारीख की घोषणा हो सकती है, लेकिन ऐसा नहीं हुआ।
जम्मू कश्मीर में इस वक्त बर्फीला मौसम है, जहां बर्फबारी हो रही है। इसके चलते चुनाव आयोग को बडगाम और नगरोटा सीट पर उपचुनाव टालना पड़ा।
जानें कैसा है जम्मू कश्मीर का मौसम?
आपको बता दें कि जम्मू कश्मीर में इस वक्त न्यूनतम तापमान जीरो डिग्री से नीचे है, जहां हाड़ कंपा देने वाली ठंड पड़ रही है। बर्फबारी भी पड़ रही है। साथ में बीच-बीच में हो रही बारिश से ठिठुरन बढ़ जाती है।
ऐसे में चुनाव आयोग ने बडगाम और नगरोटा सीटों पर उपचुनाव नहीं कराने का फैसला लिया। माना जा रहा है कि मौसम साफ हो जाने के बाद इन दोनों सीटों पर उपचुनाव हो सकते हैं।
जानें कैसे खाली हुईं जम्मू कश्मीर दी सीटें?
जम्मू कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने दो सीटों बडगाम और गांदरबल से विधानसभा चुनाव लड़ा था और उन्हें दोनों सीटों पर जीत मिली।
इसके बाद उन्होंने बडगाम सीट से इस्तीफा दे दिया, जिससे यह सीट खाली हो गई। भारतीय जनता पार्टी (BJP) के नेता देविंदर सिंह राणा के निधन के बाद नगरोटा सीट खाली हुई।