एंटी- नारकोटिक्स टास्क फोर्स (एएनटीएफ) पंजाब में आम नागरिकों और नशा करने वालों को नशा तस्करों के बारे में सूचना देने का अवसर देगी. सही सूचना पर तस्करों के खिलाफ कार्रवाई करेगी.
नशे के खिलाफ पंजाब में लड़ी जा रही लड़ाई को मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान ने नया मोड़ दिया है. मुख्यमंत्री मान के निर्देश पर पंजाब में एंटी- नारकोटिक्स टास्क फोर्स (एएनटीएफ) का गठन किया गया है.
एएनटीएफ का गठन
एएनटीएफ के लिए मान सरकार ने एक भवन दिया है. तकरीबन 90 लाख रुपये की लागत से इसका नवीनीकरण किया जा रहा है.
एएनटीएफ पंजाब में आम नागरिकों और नशा करने वालों को नशा तस्करों के बारे में सूचना देने का अवसर देगी. सही सूचना पर तस्करों के खिलाफ कार्रवाई करेगी. साथ ही नशा मुक्ति के इच्छुक लोगों को मेडिकल हेल्प भी दिलाएगी.
तकनीक से लैस है एएनटीएफ
पंजाब में एंटी-नारकोटिक्स टास्क फोर्स नशा तस्करों के खिलाफ प्रभावी कार्रवाई कर सके, इसके सभी इंतजाम किए गए हैं. एएनटीएफ को अतिरिक्त जनशक्ति, संसाधन और प्रौद्योगिकी से लैस किया गया है.
एएनटीएफ के स्टाफ को बढ़ाया गया है. पहले इस टास्क फोर्स में तकरीबन 400 लोग तैनात थे. अब इसे बढ़ाकर 861 किया गया है. इससे एक ही समय पर कई जगहों अपर नशा तस्करों के खिलाफ कार्रवाई हो सकेगी.
मान सरकार ने दिया बड़ा बजट
मान सरकार नशे के खिलाफ अभियान में कोई कसर नहीं छोड़ रही है. इसका अंदाज आप इसी से लगा सकते हैं कि पंजाब सरकार ने चालू वित्त वर्ष में एएनटीएफ की खुफिया और तकनीकी इकाई को बड़ा बजट दिया गया है. इसे उच्च तकनीक सॉफ्टवेयर, हार्डवेयर की खरीद और बुनियादी ढांचे को अपग्रेड कर, अत्याधुनिक एजेंसी के रूप में विकसित करने के लिए 12 करोड़ रुपये दिए गए हैं.
तस्करों के खिलाफ बड़ी कार्रवाई
पंजाब में भगवंत सिंह मान के निर्देश पर पंजाब पुलिस ने तस्करों के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की है. पुलिस को नशा तस्करों की सूचना देने वाले लोगों को पहचान गुप्त रखने का नतीजा है कि पंजाब में कई बड़े तस्कर जेल के अंदर हैं. राज्य में 379 नशा तस्करों की 173 करोड़ रुपये की संपत्ति जब्त की गई है.