पंजाब के शिक्षा मंत्री स. हरजोत सिंह बैंस ने आज विरोधी नेताओं द्वारा पंजाब सरकार के शिक्षा सुधारों की की जा रही आलोचना को महज नाटक करार दिया और कहा कि ये लोग निजी और राजनीतिक लाभों के लिए ऐसा कर रहे हैं।
‘शिक्षा क्रांति’ के तहत सरकारी सीनियर सेकेंड्री स्कूल, फेज़-11 मोहाली में कराए गए उद्घाटन समारोह को संबोधित करते हुए शिक्षा मंत्री ने कहा, ‘जिन लोगों ने दशकों तक सरकारी स्कूलों को अनदेखा किया, अब वे ‘पढ़ता पंजाब’ देखकर डरे हुए हैं। जब पंजाब की शिक्षा प्रणाली असफल हो रही थी, तब ये सब चुप थे। अब जब हमारे बच्चे बढ़-फूल रहे हैं, तरक्की कर रहे हैं, तो इन्हें खतरा महसूस हो रहा है।’’
स. हरजोत सिंह बैंस ने सूबे में आम आदमी पार्टी की अगुवाई वाले सरकार के सत्ता संभालने के बाद हुए बड़े सुधारों की ओर इशारा करते हुए कहा, ‘हमें विरासत में लगभग 20,000 सरकारी स्कूलों में से अधिकांश बिना चारदिवारी, बिना योग्य शौचालयों और बिना उचित शैक्षिक सुविधाओं के बहुत ही खराब हालत में मिले। आज, पंजाब के लगभग हर सरकारी स्कूल में चारदिवारी है, लड़कियों और लड़कों के लिए अलग शौचालय हैं, फर्नीचर, पीने के साफ पानी की सुविधाएं और 90 प्रतिशत स्कूलों में वाईफाई कनेक्टिविटी है। इन विकास कार्यों की सराहना करने की बजाय विरोधी दलों के नेता इनकी निंदा कर रहे हैं और इन विकास कार्यों के उद्घाटन पर सवाल उठा रहे हैं।’’
शिक्षा मंत्री ने खास तौर पर समान शिक्षा के अवसर प्रदान करने के लिए सरकार की प्रतिबद्धता पर जोर देते हुए कहा कि सरकारी स्कूलों के 189 विद्यार्थियों ने हाल ही में जेईई मैनज़ की परीक्षा पास की है, जो एक शानदार उपलब्धि है और हमारे शिक्षा सुधारों की प्रभावशीलता को दर्शाती है।
उन्होंने कहा, ‘‘हमारी लड़ाई प्राइवेट स्कूल माफिया और उन नकारात्मक शक्तियों के खिलाफ है, जो सरकारी शिक्षा की अनदेखी का लाभ उठाते रहे हैं।’’ स. हरजोत सिंह बैंस ने कहा कि जब इन विरोधी नेताओं के बच्चे सुरक्षा गार्डों और आधुनिक सुविधाओं वाले महंगे प्राइवेट स्कूलों में पढ़ते हैं, तो वे संतुष्ट होते हैं। जब यही सुविधाएं आम घरों के आम बच्चों को सरकारी स्कूलों में मिलती हैं, तो उन्हें खतरा महसूस होता है, जो यह साबित करता है कि हमारे विरोधी नेता सिर्फ अपनी और अपने बच्चों की तरक्की देखकर खुश होते हैं ना कि किसी आम घर के आम बच्चे की।
स. हरजोत सिंह बैंस ने कहा कि उन्होंने फिरोजपुर, फाज़िल्का और तरनतारन समेत कई जिलों के 1200 से अधिक स्कूलों का निजी तौर पर कई बार दौरा किया, ताकि जमीनी स्तर पर सभी सुधारों को सही ढंग से लागू करना सुनिश्चित किया जा सके।
उन्होंने कहा कि पंजाब का शिक्षा मंत्री होना आसान नहीं है। इस विभाग को पहले धरनों का विभाग कहा जाता था, लेकिन हम अपने वादों के प्रति प्रतिबद्ध रहे, जो हमारे मुख्यमंत्री स. भगवंत सिंह मान द्वारा साल 2022 में ‘आप’ को 92 सीटें देने वाले लोगों के साथ किए गए थे।”
स. बैंस ने आगे कहा, ‘‘20,000 स्कूल, जिनमें 28 लाख विद्यार्थी पढ़ रहे हैं, को पूरी तरह बदलना एक लंबा सफर है और हम इस सफर को तय करते हुए इन तीन वर्षों में पंजाब के सरकारी स्कूलों और शिक्षा सुधारों में शानदार काम किया है, जो अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी सराहा गया है।” उन्होंने कहा कि यदि पंजाब में हर बच्चे को मानक शिक्षा मिलती है, तो क्या इससे हमें फायदा नहीं होगा? शिक्षा बढ़ेगी, पंजाब बढ़ेगा और हमारे बच्चे आगे बढ़ेंगे। शिक्षा मंत्री स. हरजोत सिंह बैंस ने कहा कि पंजाब सरकार ने शिक्षा के क्षेत्र में पंजाब को नई ऊँचाइयों पर ले जाने का जो वादा सभी पंजाबवासियों के साथ किया था, उस पर लगन से काम हो रहा है और हर बच्चे को उच्च मानक की शिक्षा मुहैया करवाना ही पंजाब सरकार का उद्देश्य है।