पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान ने राज्य में अपनी किस्म की पहली सड़क सुरक्षा फोर्स की शुरुआत की, जो लोगों की कीमती जानें बचाने के लिए 5500 किलोमीटर सड़कों की निगरानी करेगी।
सड़क सुरक्षा फोर्स को सड़कों की कुशलता से निगरानी करने के लिए पहले पड़ाव में 144 अति-आधुनिक वाहन दिए गए हैं। इन वाहनों में 116 टोयोटा हिलक्स और 28 महेन्द्रा स्कॉर्पियो शामिल हैं और सड़कों की निगरानी के लिए यह वाहन हर 30 किलोमीटर के फासले के साथ तैनात किए जाएंगे। इन वाहनों में चार पुलिस कर्मचारियों की टीम होगी, जिसका नेतृत्व पैट्रोलिंग इंचार्ज के तौर पर ए.एस.आई. या उससे उच्च रैंक का अधिकारी करेगा।
हर जिले में रोड इंटरसेप्टर तैनात किए जाएंगे, जिनकी निगरानी तीन पुलिस कर्मचारी करेंगे। एस.एस.एफ. के पहले पड़ाव में 1296 नए भर्ती पुलिस कर्मचारियों और मौजूदा 432 कर्मचारियों को तैनात किया जाएगा। यह टीमें आठ घंटे की शिफ्ट के मुताबिक 24 घंटे तैनात रहेंगी, जिस सम्बन्धी उनको पुलिस प्रशिक्षण अकेडमी, कपूरथला में विशेष प्रशिक्षण दिया गया है।
ट्रैफिक़ नियमों के उल्लंघन को रोकने के लिए यह वाहन स्पीड गन, अल्कोमीटर, ई-चालान मशीनें और ए.आई. आधारित स्मार्ट प्रणाली जैसे अति-आधुनिक उपकरणों से लैस हैं। उनके पास कमांड एंड कंट्रोल सैंटर के साथ-साथ रीयल-टाईम सी.सी.टी.वी. कैमरों वाली रिक्वरी वैन भी होगी। इसके साथ ही सड़क हादसों की जांच और तकनीकी काम संभालने के लिए मैकेनिकल इंजीनियर, सिविल इंजीनियर और आई.टी. माहिर भी होंगे।