पंजाब के बठिंडा में युवा किसान शुभकरण सिंह के भोग समागम में देशभर के किसान संगठनों के नेता जुटेंगे। 21 फरवरी को खनौरी बॉर्डर पर गोली लगने से किसान शुभकरण सिंह की मौत हो गई थी। किसान नेता दिल्ली कूच और अपनी अगली रणनीति का एलान भी आज कर सकते हैं।
रविवार यानी आज बठिंडा के गांव बल्लों में युवा किसान शुभकरण सिंह का भोग समागम है। इसमें देशभर से किसान नेताओं के जुटने की संभावना है। आज किसान संगठन अपनी अगली रणनीति और दिल्ली कूच पर बड़ा एलान कर सकते हैं। उधर, तेज बारिश के बावजूद किसान शंभू बॉर्डर पर पूरी मजबूती से डटे हैं। व्लॉगर भाना सिद्धू, लक्खा सिधाना व जसविंदर बरार शंभू बॉर्डर पहुंचे और अपने संबोधनों के जरिये किसानों का उत्साह बढ़ाया।
शनिवार को हुई बारिश की वजह से किसानों को दिक्कतों का सामना भी करना पड़ रहा है। किसानों के कंबल, गद्दे और अन्य सामान भीग गया है। किसान सुखदेव सिंह ने कहा कि किसानों को हर तरह के मौसम में काम करने की आदत होती है इसलिए बारिश किसानों के जोश को कम नहीं कर सकती है।
किसान बलदेव सिंह ने कहा कि नेताओं के फैसले का इंतजार है। वरना किसान मांगें मनवाने के लिए हर कुर्बानी देने को तैयार हैं। किसानों ने साफ किया कि वह अपने गांवों में भी लगातार संदेश भेज रहे हैं कि फसलों की देखरेख का जिम्मा परिवार के बाकी सदस्यों को देकर बॉर्डर पर हाजिरी बढ़ाई जाए। ऐसा करके ही सरकारों पर दबाव कायम रखा जा सकता है।
शुभकरण के भोग समागम की तैयारियों में सरवन सिंह पंधेर, मनजीत सिंह राय समेत अन्य किसानी नेता फिलहाल बठिंडा में व्यस्त हैं। सोशल मीडिया पर वीडियो पोस्ट कर किसान नेताओं ने पंजाब समेत बाकी राज्यों से किसानों व नौजवानों को बड़ी गिनती में भोग समागम में पहुंचने की अपील की। पंधेर ने कहा है कि खास तौर से रविवार को पंजाब में ऐसा कोई घर न बचे, जिससे कोई भोग समागम में न पहुंचे। यही हमारी शहीद शुभकरण के प्रति सच्ची श्रद्धांजलि होगी।
आपको बता दें कि किसान आंदोलन को 19 दिन हो चुके हैं। बावजूद इसके मोर्चा लगातार बढ़ रहा है। पंधेर ने एक बार फिर से केंद्र से एमएसपी की कानूनी गारंटी देने समेत किसानों व मजदूरों के कर्ज माफ करने, लखीमपुर खीरी के आरोपियों को सजा देने की मांग उठाई है।