मुख्य मंत्री भगवंत सिंह मान के निर्देशों पर पंजाब के मुख्य सचिव अनुराग वर्मा ने आज यहां विश्व बैंक द्वारा वित्त पोषित बी.एफ.ए.आई.आर प्रोजेक्ट के बारे में प्रोग्राम स्टीयरिंग बैठक की अध्यक्षता की ताकि व्यय को अधिक प्रभावी ढंग से प्रबंधित करते हुए राजस्व सृजन में वृद्धि करके राज्य की वित्तीय स्थिति में सुधार किया जा सके।
बैठक की अध्यक्षता करते हुए मुख्य सचिव ने कहा कि इसका मुख्य उद्देश्य राज्य के वित्तीय प्रबंधन एवं संस्थागत क्षमता को बढ़ाना है। श्री वर्मा ने इस संबंधी कार्यों को समय पर पूरा करने और दिशानिर्देशों के पालन के महत्व पर जोर दिया और परियोजना की सफलता सुनिश्चित करने के लिए अधिक सहयोग और प्रभावी कदम उठाने को कहा। उन्होंने बेहतर ढंग से सेवाएं प्रदान करने एवं नगरपालिका संस्थानों की क्षमता निर्माण के लिए ई-गवर्नेंस प्लेटफार्मों के कार्यान्वयन की आवश्यकता पर जोर दिया।
मुख्य सचिव ने कहा कि इसका एकमात्र उद्देश्य राज्य के कल्याण और लोगों की समृद्धि के लिए संसाधनों का अधिकतम उपयोग सुनिश्चित करना है। उन्होंने कहा कि पंजाब सरकार राज्य के कल्याण के लिए प्रतिबद्ध है जिसके लिए फंडों का उचित उपयोग बहुत महत्वपूर्ण है। श्री वर्मा ने अधिकारियों को यह सुनिश्चित करने को कहा कि राज्य सरकार के प्रत्येक पैसे का उपयोग राज्य के कल्याण के लिए विवेकपूर्ण तरीके से किया जाए।
इससे पहले, संबंधित विभागों के प्रशासनिक सचिवों ने प्रगति, वित्तीय प्रबंधन, क्षमता निर्माण और कार्यान्वयन के दौरान आने वाली चुनौतियों के बारे में जानकारी दी। यह बैठक परियोजना लक्ष्यों को प्राप्त करने और वित्तीय जवाबदेही और संस्थागत लचीलेपन को बढ़ाने की प्रतिबद्धता के साथ संपन्न हुई।
विशेष मुख्य सचिव सामाजिक सुरक्षा, महिला एवं बाल विभाग राजी पी. श्रीवास्तव, प्रमुख सचिव वित्त अजॉय कुमार सिन्हा, प्रमुख सचिव प्रशासनिक सुधार कृष्ण कुमार, सचिव स्थानीय निकाय अजॉय शर्मा, सचिव वित्त दीपर्वा लाकड़ा, सचिव योजना मालविंदर सिंह जग्गी, सचिव व्यय मोहम्मद तैय्यब , विश्व बैंक प्रोग्राम लीडर भावना भाटिया और वरिष्ठ अर्थशास्त्री ध्रुव शर्मा उपस्थित थे।