दिल्ली नगर निगम के सबसे बड़े अस्पताल हिंदू राव में आज ब्लड डोनेशन कैंप लगाया गया जिस तरह से आज 14 तारीख को पूरे विश्व में रक्तदान सीवर लगाया जाता है इसको देखते हुए आज दिल्ली नगर निगम के सर्जरी विभाग की डॉक्टर रत्ना चोपड़ा के सहयोग से और एडिशनल मेडिकल सुपरीटेंडेंट रेनू पाठक और ब्लड बैंक के इंचार्ज डॉक्टर सोमपाल और डॉक्टर नम्रता डॉ गरिमा डॉक्टरज़ुबैर अहमद नर्सिंग ऑफिसर विमला छेत्री टेक्नीशियन नवीन तनेजा सत्येंद्र श्री पांडे लोकेश कुमार तमाम लोगों ने मिलकर इस ब्लड डोनेशन कैंप को आगे बढ़ाया ऑर्गेनाइजर दिल्ली स्टेट चैप्टर ए एस आई हिंदू राव हॉस्पिटल द्वारा संचालित किया गया इसमें लोगों ने बढ़-कर कर भाग लिया जिसकी वजह से आने वाले मरीज को ब्लड की सुविधा प्राप्त हो सके इस तरह से हिंदू अस्पताल समय-समय पर ब्लड की कमी के कारण ब्लड डोनेशन कैंप लगाते रहते हैं और यह हॉस्पिटल जगह-जगह जाकर ब्लड डोनेशन कैंप लगाया जाता है जिससे लोगों का जीवन बचाया जा सके..
जानें क्यों मनाया जाता है और क्या है इस साल की थीम वर्ल्ड ब्लड डोनर डे हर साल 14 जून को वर्ल्ड ब्लड डोनर डे मनाया जाता है। इस साल इस दिन को मनाने का 21वां साल है। इसलिए इस साल यह दिन और खास हो जाता है। इस दिन के साथ-साथ इस साल की थीम भी बेहद खास है। आइए जानें क्या है इस साल की थीम कैसे हुई इस दिन को मनाने की शुरुआत और क्यों रक्तदान को महादान माना जाता है।
रक्तदान को महादान कहा जाता है। रक्तदान करने से न जानें कितने लोगों की जान बचाने में मदद मिलती है। कई जानलेवा मेडिकल कंडिशन्स में डोनेट किए गए ब्लड की मदद से मरीज की जान बचाई जाती है। इसलिए रक्तदान जैसे कार्य के लिए लोगों को प्रोत्साहित करने की कोशिश की जाती है। हर साल रक्तदान जैसे नेक काम के बारे में लोगों को जागरूक बनाने के लिए, 14 जून को वर्ल्ड ब्लड डोनर डे जाता है। आइए जानें क्यों हर साल वर्ल्ड ब्लड डोनर डे मनाया जाता है और क्या है इस साल की खास थीम।
रिचर्ड लोवर नाक के एक वैज्ञानिक ने 1940 में दो कुत्तों के बीच सबसे पहला सफल ब्लड ट्रांसफ्यूजन किया, जिसके कोई दुष्परिणाम देखने को नहीं मिले। इसी परीक्षण को नीव बनाकर इंसानों में भी ब्लड ट्रांसफ्यूजन की तकनीक विकसित की गई। इसके बाद साल 2005 में वर्ल्ड हेल्थ असेंबिली ने 14 जून को वर्ल्ड ब्लड डोनर डे की तरह मनाने की घोषणा की और तब से इस दिन को मनाने की शुरुआत हुई। इस साल इस दिन को मनाने के बीस वर्ष पूरे हो रहे हैं।
वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गेनाइजेशन ने अपनी वेबसाइट पर बताया कि इस साल की थीम है- “20 years of celebrating giving: thank you blood donors!” इस थीम के जरिए लाखों ब्लड डोनर्स, जिनकी वजह से हेल्थ इंडस्ट्री सुचारू रूप से ब्लड ट्रांसफ्यूजन कर पा रहे हैं, उन्हें थैंक्यू कहा जा रहा है। इसके साथ ही, WHO ने लिखा कि इस दिन के जरिए युवा लोगों और आम जनता के बीच नियमित रक्तदान की संस्कृति को बढ़ावा देने और ब्लड डोनेशन को बढ़ावा देने की कोशिश की जा रही है।