पंजाब के जल स्त्रोत मंत्री स. चेतन सिंह जौड़ामाजरा ने आज शाहपुर कंडी डैम और बन रहे पावर हाऊसों का निरिक्षण किया और निर्माण कार्य को तेज़ी से पूरा करने के निर्देश दिए।
उन्होंने कहा कि शाहपुर कंडी बांध के निर्माण एवं झील को आगामी बरसात के मौसम में भरने को लेकर पंजाब सरकार पूरी तरह गंभीर हुई है, जिसके लिए आज उन्होेंने बैराज बांध तथा पावर हाऊसों का निरिक्षण किया है।
इस अवसर पर उनके साथ डैमज़ प्रशासन के चीफ इंजीनियर सरदार शेर सिह, एसई गुंरपिंदर सिंह संधू, एक्सीयन अरविंद कुमार, एक्सीयन हैडक्वार्टर लखविंदर सिंह, ओमित जेवी कपंनी के महाप्रबंधक आर.एस रे, एच.आर श्रीहांस सेठी व अन्य अधिकारी शामिल थे। कैबिनेट मंत्री ने सबसे पहले शाहपुर कंडी बैराज पर बन रहे पुल और झील का निरिक्षण किया। डैमज़ प्रशासन के चीफ इंजीनियर ने बताया कि प्रशासन की ओर से बैराज बांध की बन रही झील में अक्तूबर माह से पानी को भरने का कार्य शुरू कर दिया गया है। इसके साथ ही रणजीत सागर बांध परियोजना से भी बिजली उत्पादन को बढ़ाकर नीचले क्षेत्रों में सिंचाई के लिए पानी की लगातार सप्लाई दी जा रही है। अधिकारियों ने बताया कि इस परियोजना की परिकल्पना वर्ष 1999 में की गई थी और विभिन्न कारणों से इसमें प्रगति नहीं हो सकी। उन्होंने बताया कि इस परियोजना का लगभग 65 प्रतिशत कार्य पिछले दो वर्षों के दौरान ही पूरा हुआ है।
कैबिनेट मंत्री ने बांध अधिकारियों को निर्देश दिए की बांध का शेष निर्माण कार्य शीध्र पूरा किया जाए ताकि इस आने वाले आगामी बरसात सीज़न में इस झील को पूरी तरह भरा जा सके।
इसके बाद कैबिनेट मंत्री ने गांव कमुयाल व माधोपुर में बन रहे दो पावर हाऊसों का भी निरिक्षण किया तथा पावर हाऊसों के निर्माण कार्य में तेज़ी लाने के आदेश दिए।
इस मौके पर कैबिनेट मंत्री स. चेतन सिंह जौड़ामाजरा ने मीडियाकर्मियों को बताया कि इस बैराज बांध के बनने से, रणजीत सागर बांध परियेाजना से पूरी क्षमता से छह सौ मेगावाट बिजली उत्पादन के साथ बैराज बांध से दो सौ छह मेगावाट बिजली का उत्पादन मिलेगा जिससे पंजाब को काफी मात्रा में बिजली का उत्पादन मिलेगा।
वर्णनीय है कि कैबिनेट मंत्री पंजाब स. चेतन सिंह जौड़ामाजरा ने निरीक्षण से पूर्व रणजीत सागर डेम पर स्थित डैम निर्माण के दौरान शहीद हुए लोगों की याद में बनाए गए स्मारक पर रीथ चढ़ाकर शहीदों को श्रद्धांजलि दी व नमन किया।