गुरुग्राम में फायर बॉल बनाने वाली फैक्टरी में आग लग गई। प्रोडक्टिव सॉल्यूशन में भीषण आग लगने से एक बाद एक कई धमाके हुए। कंपनी में तैनात एक सुरक्षा गार्ड समेत चार लोगों की मौत हो गई। वहीं, आठ लोग घायल हो गए।
गुरुग्राम सेक्टर-104 के दौलताबाद इंडस्ट्रियल क्षेत्र की फायर बॉल बनाने वाली फैक्टरी में देर रात आग लग गई। फैक्टरी में हुए जबरदस्त धमाकों से पूरा क्षेत्र दहल गया। भीषण आग लगने से आठ लोग झुलस गए। कंपनी में तैनात एक सुरक्षा गार्ड समेत चार लोगों की मौत हो गई। जबकि पांच लोग घायल हो गए, जिनको उपचार के लिए अस्पताल में भर्ती करवाया गया है। जहां उनका उपचार चल रहा है। वहीं, मामले में फायर उपकरण बनाने वाली फैक्टरी के मालिक संदीप को राजेंद्र पार्क थाना पुलिस ने गिरफ्तार किया है।
धमाकों के बाद आग लगने की सूचना मिलने पर फायर ब्रिगेड मौके पर पहुंची और आग पर काबू पाया। कंपनी में धमाका इतना जोरदार था कि आसपास के मकान तक हिल गए। करीब नौ घंटे तक चले रेस्क्यू ऑपरेशन के बाद मलबे में दबे लोगों को मृत अवस्था में बाहर निकाला गया जिनके शव पुलिस ने कब्जे में ले लिए हैं। वहीं, दमकल विभाग और एसडीआरएफ की टीमें मौके पर अभी भी जांच कर रही है।
अधिकारियों की मानें तो रेस्क्यू ऑपरेशन पूरा हो चुका है, लेकिन रुक-रुककर आग सुलगती रही, जिसे नियंत्रित करने के लिए दमकल की टीम मशक्कत करनी पड़ी। हादसा अल सुबह सवा दो बजे का है। फायर अधिकारी रमेश कुमार सैनी ने बताया कि उन्हें सूचना मिली थी कि दौलताबाद इंडस्ट्रियल क्षेत्र की कंपनी प्लॉट नंबर-200 टेक्नोक्रैट प्रोडक्टिव सॉल्यूशन में भीषण आग के बाद धमाके हो रहे हैं। इसके बाद दमकल की 24 गाड़ियां मौके पर पहुंची और आग पर काबू पाया।
इस फैक्टरी में आग रोकने के लिए फायर बॉल बनाई जाती थी। इन फायर बॉल को बनाने के लिए चार दिन पहले ही रॉ मेटीरियल आया था। रात को जब मजदूर यहां काम कर रहे थे तो यहां शॉर्ट सर्किट हुआ, जिसके कारण जोरदार धमाका हो गया। इस धमाके की गूंज करीब एक किलोमीटर दूर तक सुनाई दी। इस धमाके के कारण फैक्टरी के परखच्चे उड़ गए और आसपास की फैक्टरी की छत उड़ने के साथ ही कई दीवारों में दरार आ गई।
पास ही एक दीवार गिर गई। नजदीक को कई कॉलोनियों में खिड़कियों के शीशे टूटने के साथ ही दीवारों में दरार आ गई। बताया जा रहा है कि जोरदार धमाके के बाद करीब आधे घंटे तक यह फायर बॉल फटती रहीं, जिसके कारण लोगों में दहशत का माहौल बन गया। धमाकों के कारण फैक्ट्री में लगी टीनशेड और पत्थर उड़कर करीब 200 मीटर दूर तक जा गिरे।
इस घटना में चार लोगों की मौत हो गई है जबकि आठ लोग घायल हो गए हैं, जिनका नागरिक अस्पताल में इलाज चल रहा है। मरने वालों में कंपनी में काम करने वाले लक्ष्मण विहार के कौशिक (28), यूपी के रायबरेली निवासी अरुण (26) व गार्ड की नौकरी करने वाले दिल्ली के करोलबाग निवासी राम अवध (59) के रूप में हुई। जबकि एक की शिनाख्त नहीं हो सकी है।
डीसीपी वेस्ट करण गोयल ने बताया कि आग लगने की वजह शॉर्ट सर्किट बताई जा रही है। फैक्टरी में पड़े केमिकल व फायर बॉल के चलते के विस्फोट हुए हैं। पुलिस ने फैक्टरी मालिक को हिरासत में लिया और पूछताछ कर रही है। यह भी जांच की जा रही है कि इस फैक्टरी के पास संबंधित लाइसेंस और एनओसी है या नहीं। उन्होंने बताया कि फायर बॉल एक प्रकार का अग्निशामक यंत्र है, जो गेंद के आकार का होता है और इसका उपयोग आग बुझाने के लिए किया जाता है।