दिल्ली सरकार में पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने बैठक से पहले केंद्रीय पर्यावरण मंत्री को पत्र लिखा है। दीपावली के बाद दिल्ली में कृत्रिम बारिश के जरिए प्रदूषण को कम करने के लिए विभिन्न विभागों की बैठक बुलाकर अनुमति दिलाने की मांग की है। यदि एक सप्ताह के भीतर मंजूरी नहीं दिलाई गई तो इस बार कृत्रिम बारिश के जरिए प्रदूषण को कम करने का प्रयोग नहीं हो पाएगा।
दिल्ली सरकार में पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने प्रदूषण की बिगड़ती स्थिति के मद्देनजर दिल्ली में क्लाउड सीडिंग को मंजूरी देने के लिए सभी हितधारकों की बैठक बुलाने के पहले केंद्रीय पर्यावरण मंत्री को पत्र लिखा। इससे पहले भी मंत्री गोपाल राय केंद्रीय पर्यावरण मंत्री को पत्र लिख चुके हैं। उन्होंने दीपावली के बाद कृत्रिम बारिश के जरिए प्रदूषण को कम करने के लिए विभिन्न विभागों की आपातकाल बैठकर बुलाकर अनुमति दिलाने की मांग की है। अगर एक सप्ताह के भीतर मंजूरी नहीं दिलाई गई तो इस बार भी कृत्रिम बारिश के जरिए प्रदूषण को कम करने का प्रयोग नहीं हो पाएगा।
बता दें कि दिल्ली-एनसीआर में बुधवार को प्रदूषण का स्तर बेहद खराब दर्ज हुआ है। दिवाली से पहले है दिल्ली गैस चेंबर बनने की तरफ बढ़ रही है। हवा में धूल के कण और जहरीली गैसों की मात्रा भी बढ़ गई है। राजधानी में वायु गुणवत्ता ‘बहुत खराब’ स्तर पर पहुंच गई है। सफर इंडिया के अनुसार एक्यूआई 349 पर पहुंच गया है। दिल्ली के स्थानीय लोगों ने कहा कि दिवाली से पहले इतना प्रदूषण है। लोग परेशान हैं और सरकार को कुछ उपाय करने चाहिए।
गोपाल राय ने कहा कि सरकारी विभागों, प्राइवेट एजेंसी, कंस्ट्रक्शन साइट और रेजीडेंट वेलफेयर एसोसिएशनों को सुरक्षा कर्मचारियों को आवश्यक रूप से इलेक्ट्रिक हीटर उपलब्ध कराने का निर्देश दिया गया है, जिससे कि वो सर्दियों के दौरान खुले में बायोमास नहीं जलाएं। इसके लिए राजस्व विभाग और डीपीसीसी को जरूरी निर्देश जारी करने का आदेश दिया गया है। मंत्री ने कहा कि दिल्ली से सटे राज्यों की सरकारों को पत्र लिखकर यह अनुरोध किया है कि जब तक दिल्ली में प्रदूषण का स्तर बढ़ा हुआ है, वे अपनी डीजल बसों के स्थान पर सीएनजी और इलेक्ट्रिक बसों को ही भेजें।