सामाजिक सुरक्षा, महिला और बाल विकास मंत्री डॉ. बलजीत कौर ने राज्य भर में महिलाओं, बच्चों और बुजुर्गों की भलाई, सशक्तिकरण और स्वास्थ्य सेवाएं सुनिश्चित करने के लिए मुख्यमंत्री स. भगवंत सिंह मान के नेतृत्व में पंजाब सरकार द्वारा वर्ष 2024 में किए गए महत्वपूर्ण कदमों पर प्रकाश डाला।
मंत्री ने बताया कि वृद्धावस्था पेंशन और अन्य वित्तीय सहायता योजनाओं के तहत लाभार्थियों को 1500 रुपये प्रति माह पेंशन के रूप में मिलते हैं। नवंबर 2024 तक लगभग 34.09 लाख लाभार्थियों को पेंशन दी गई है, जिसमें 4532.60 करोड़ रुपये सार्वजनिक वित्तीय प्रबंधन प्रणाली के माध्यम से पारदर्शी तरीके से वितरित किए गए।
डॉ. बलजीत कौर ने कहा कि पंजाब सरकार द्वारा महिलाओं के लिए मुफ्त बस यात्रा योजना का उद्देश्य उनमें आत्मविश्वास और सुरक्षा की भावना पैदा करना है। हर महीने 1 करोड़ से अधिक महिलाएं इस सुविधा का लाभ उठा रही हैं।
कैबिनेट मंत्री ने बताया कि महिलाओं के लिए रोजगार के अवसर बढ़ाने और स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता को बढ़ावा देने के लिए सरकार ने 2 दिसंबर 2024 को जिले श्री मुक्तसर साहिब से “स्वास्थ्य, सफाई और जागरूकता कैम्प” की शुरुआत की। इन कैम्पों का सभी जिलों में विस्तार किया जाएगा। श्री मुक्तसर साहिब कैम्प में सात कंपनियों ने भाग लिया, जहां 209 महिलाओं का साक्षात्कार लिया गया, 134 को शॉर्टलिस्ट किया गया और 28 को नौकरी मिली। इसके अतिरिक्त, कैम्पों में महिलाओं की मुफ्त स्वास्थ्य जांच, बीमारियों की रोकथाम और स्वास्थ्य देखभाल के बारे में जागरूकता पैदा की गई।
बरनाला जिले में आयोजित कैम्प में 370 से अधिक महिला उम्मीदवारों ने 12 कंपनियों में नौकरी के लिए साक्षात्कार दिया। इस कार्यक्रम के दौरान 88 महिलाओं ने आई.बी.एम. और माइक्रोसॉफ्ट द्वारा पेश किए गए मुफ्त प्रशिक्षण कार्यक्रमों के लिए पंजीकरण कराया। कैम्प में बैंकिंग और बीमा, वस्त्र, कंप्यूटर और कॉस्मेटिक्स जैसे क्षेत्रों की कंपनियों ने भाग लिया। परिणामस्वरूप, 241 उम्मीदवारों को साक्षात्कार के लिए शॉर्टलिस्ट किया गया और आठ को मौके पर ही नियुक्ति पत्र दिए गए।
गुरदासपुर में आयोजित मेगा प्लेसमेंट कैम्प में 465 महिलाओं ने भाग लिया और विभिन्न कंपनियों द्वारा मौके पर साक्षात्कार लेकर 356 महिलाओं को विभिन्न पदों के लिए चुना गया। अधिकारियों ने वेयरहाउस क्लर्क, मशीन ऑपरेटर, टेलीकालर, कंप्यूटर ऑपरेटर, सुरक्षा गार्ड, वेयरहाउस पैकर, बीमा सलाहकार, लोन एडवाइजर और वेलनेस एडवाइजर जैसे पदों के लिए महिलाओं का साक्षात्कार लिया। इसी तरह, होशियारपुर में आयोजित मेगा प्लेसमेंट कैम्प के दौरान कंपनियों ने 400 पदों को भरने का लक्ष्य रखा। 1500 से अधिक उम्मीदवारों ने भाग लिया, जिनमें से 204 को मौके पर ही नियुक्त किया गया और 412 को साक्षात्कार के अंतिम दौर के लिए शॉर्टलिस्ट किया गया। इसके अतिरिक्त, 54 उम्मीदवारों ने आई.बी.एम. और माइक्रोसॉफ्ट कार्यक्रमों के लिए पंजीकरण कराया, जबकि 57 उम्मीदवारों ने रेड क्रॉस पहलकदमियों के लिए पंजीकरण कराया। पंजाब नेशनल बैंक ग्रामीण स्व-रोजगार प्रशिक्षण संस्था ने कार्यक्रम के दौरान स्व-रोजगार के लिए उपलब्ध ऋण सुविधाओं के बारे में भी जागरूकता उत्पन्न की।
मंत्री ने आगे बताया कि मातृ वंदना योजना के तहत इस साल की शुरुआत में 52,229 गर्भवती और स्तनपान कराने वाली माताओं को 25 करोड़ रुपये की वित्तीय सहायता दी गई थी। दिसंबर में 76,895 लाभार्थियों को 23.55 करोड़ रुपये दिए गए। इन पहलकदमियों का उद्देश्य राज्य में मां और बच्चे को स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करना है।
कैबिनेट मंत्री ने महिला और बाल विकास मंत्रालय द्वारा रिपोर्ट के माध्यम से राज्यभर में कुपोषण दरों में कमी को उजागर किया। 2022 से 2024 तक विभाग के अथक प्रयासों के कारण, स्टंटिंग 22.08% से घटकर 17.65%, वेस्टिंग 9.54% से घटकर 3.17% और अंडरवेट दर 13.58% से घटकर 5.57% रह गई।
उन्होंने कहा कि ‘हब फॉर एंपावरमेंट ऑफ वुमेन’ पहल के तहत राज्य और जिला स्तर पर शाखाओं की स्थापना की गई है। इन शाखाओं का उद्देश्य सरकारी योजनाओं के प्रति जागरूकता पैदा करना और उनके प्रभावी क्रियान्वयन को सुनिश्चित करना है।
डॉ. बलजीत कौर ने पुष्टि की कि पंजाब सरकार महिलाओं के सशक्तिकरण, स्वास्थ्य के मानकों में सुधार और सभी के लिए सामाजिक सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध है। का ध्यान राज्य के समग्र विकास और एक ऐसे राज्य के निर्माण पर है जहां हर नागरिक खुशहाल हो।