जालंधर के गांव धनोवाली के सुखजीत को 2018 में कैंप में रीढ़ की हड्डी में ऐसी चोट लगी थी कि चार माह बिस्तर से नहीं उठ पाए। दाईं टांग में पैरालिसिस हो गया। पिता एएसआई अजीत सिंह पंजाब पुलिस हॉकी टीम के सदस्य रहे हैं। उनकी चाहत थी कि बेटा देश के लिए खेले। सुखजीत ने हिम्मत नहीं हारी और 2022 में फिर भारतीय टीम में जगह बनाई और अब अर्जुन पुरस्कार की घोषणा से उनका सीना गर्व से फूल गया है।
ओलिंपिक में दो पदक जीतने वाली पहली खिलाड़ी हैं मनु
22 वर्ष की मनु एक ही ओलिंपिक में दो पदक जीतने वाली स्वतंत्र भारत की पहली खिलाड़ी हैं। खेल रत्न देने की घोषणा उन खबरों के बाद आई जिनमें कहा गया था कि आवेदन नहीं करने के कारण समिति ने मनु के नाम की अनुशंसा नहीं की है।
18 वर्ष के गुकेश सबसे युवा विश्व चैंपियन हैं। पैरा हाई जंपर प्रवीण ने पेरिस पैरालिंपिक के टी64 वर्ग में स्वर्ण पदक जीता था। वहीं खेल मंत्री मनसुख मांडविया ने खिलाड़ियों को बधाई दी।