खुलकर नाराजगी व्यक्त की थी
शरद पवार के साथ मंच साझा करते दिखाई दिए भुजबल
इन्हीं अफवाहों के बीच शुक्रवार को छगन भुजबल पहले पुणे के निकट चाकण में राकांपा (शरदचंद्र पवार) के अध्यक्ष शरद पवार के साथ मंच साझा करते दिखाई दिए। इसके कुछ देर बाद वह मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के साथ उन्हीं के वाहन में यात्रा करते दिखाई दिए और सातारा जिले में आयोजित एक कार्यक्रम के मंच पर उनके साथ भी उपस्थित रहे। इस कार्यक्रम में दोनों नेता ने एक-दूसरे की तारीफ में कसीदे पढ़ते भी दिखाई दिए।
ओबीसी की राजनीति में भुजबल बड़ा नाम
भुजबल महात्मा फुले समता परिषद नामक एक सामाजिक संगठन भी चलाते हैं, जिसका बड़ा जनाधार महाराष्ट्र के अलावा कई और राज्यों में भी है। इस संगठन के जरिए वह अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) को संगठित करने का काम करते रहते हैं। ओबीसी की राजनीति में भाजपा के वरिष्ठ नेता रहे गोपीनाथ मुंडे भी भुजबल को अपना नेता मानते थे।
भुजबल की नाराजगी के कई कारण
छगन भुजबल के अपनी ही पार्टी के नेता अजीत पवार से नाराजगी के कई कारण हैं। पहला कारण है लोकसभा चुनाव में नासिक की सीट को एकनाथ शिंदे की शिवसेना के लिए छोड़ देना। जबकि भुजबल ने इस सीट से लड़ने की पूरी तैयारी कर ली थी। दूसरा कारण है अजीत पवार का उनके बजाय लोकसभा चुनाव हार चुकी अपनी पत्नी सुनेत्रा पवार को राज्यसभा में भेजना।