Vatican library history यूं तो दुनिया में हजारों लाखों लाइब्रेरियां हैं, लेकिन जब बात पुरानी लाइब्ररेरी की आती है तो वेटिकन लाइब्ररेरी का नाम सबसे पहले लिया जाता है। इसका इतिहास ही इतना रोचक है। आज हम आपको वेटिकल लाइब्ररेरी के बारे में बताएंगे। साथ ही इससे जुड़ा रोचक इतिहास भी बताएंगे। ताकि आप भी किताबों की दुनिया में खो जाएं।
रोम शहर में है स्थित
10 लाख से ज्यादा किताबें और पांडुलिपियां
हर किसी को अंदर जाने की नहीं है इजाजत
यह दुनिया की एकमात्र ऐसी लाइब्ररेरी है जहां हर कोई अंदर नहीं जा सकता। यहां विशेष अनुमति वाले लोग ही अंदर जा सकते हैं। इनमें पोप, रिसर्चर, यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर हैं। पहले इन लोगों को खास परमिशन लेनी पड़ती है। इसके बाद ही ये लोग लाइब्ररेरी में अंदर जा सकते हैं।
कहा जाता है कि लाइब्ररेरी में काफी पुराना संग्रह मौजूद है। इसलिए अंदर जाने की हर किसी को अनुमति नहीं मिलती। कहा जाता है कि वेटिकन लाइब्ररेरी में काफी सिक्रेट लिटरेचर है। जिसपर रिसर्च करने के लिए दुनियाभर से प्रोफेसर और रिसर्चर आते हैं, आम पर्यटकों को अंएइस वजह से अंदर जाने की परमिशन नहीं दी जाती। हालांकि चर्च में लोग अंदर जा सकते हैं।
वेटिकन लाइब्रेरी में क्या है
– प्राचीन ग्रीक और रोमन पांडुलिपियाँ
– मध्ययुगीन पांडुलिपियाँ और प्रिंटेड बुक्स
– वेटिकन के पोपों और अन्य महत्वपूर्ण व्यक्तियों के पत्र और दस्तावेज
– वेटिकन के कला और वास्तुकला से संबंधित सामग्री
– दुनिया के विभिन्न धर्मों और संस्कृतियों से संबंधित सामग्री