जम्मू रेलवे डिवीजन से उम्मीदें
- पठानकोट-जम्मू-उधमपुर-श्रीनगर-बारामुला, भोगपुर सिरवाल-पठानकोट, बटाला-पठानकोट और पठानकोट-जोगिंदर नगर सेक्शन को शामिल करते हुए 742.1 किलोमीटर लंबे जम्मू रेलवे डिवीजन का निर्माण किया गया है, जिससे जम्मू-कश्मीर और आस-पास के क्षेत्रों को लाभ होगा।
- इस परियोजना से लोगों की लंबे समय से लंबित उम्मीद भी पूरी होगी और भारत के अन्य हिस्सों से कनेक्टिविटी में सुधार होगा। इसके अलावा, रोजगार के अवसर पैदा करने, बुनियादी ढांचे का विकास करने, पर्यटन को बढ़ावा देने और क्षेत्र के समग्र सामाजिक-आर्थिक विकास को बढ़ावा देने में मदद मिलेगी।
413 करोड़ की लागत से बना टर्मिनल
वहीं तेलंगाना के मेडचल मलकाजगिरी जिले में चेरलापल्ली न्यू टर्मिनल स्टेशन का निर्माण न्यू कोचिंग टर्मिनल के रूप में सेकंड एंट्री के तौर पर किया गया है। इसकी लागत करीब 413 करोड़ रुपये है। इस पर्यावरण अनुकूल टर्मिनल में यात्रियों के लिए बेहतर सुविधाएं तो होंगी ही, सिंकदराबाद, हैदराबाद और काचीगुड़ा जैसे कोचिंग टर्मिनल पर भीड़भाड़ को भी कम करने में मदद मिलेगी।
वहीं ईस्ट कोस्ट रेलवे में जिस रायगढ़ रेलवे डिवीजन बिल्डिंग का शिलान्यास किया जाना है, उससे उससे ओडिशा, आंध्र प्रदेश और आस-पास के इलाकों में कनेक्टिविटी बेहतर होगी, साथ ही क्षेत्र के सामाजिक और आर्थिक विकास होगा।
सोमवार को देश को कई अहम रेलवे प्रोजेक्ट्स की सौगात मिलने वाली है। पीएम मोदी सोमवार को नये जम्मू रेलवे डिवीजन का शुभारंभ करेंगे। इसके अलावा तेलंगाना में चेरलापल्ली न्यू टर्मिनल स्टेशन के उद्घाटन के साथ-साथ रायगढ़ रेलवे डिवीजन बिल्डिंग का शिलान्यास भी किया जाएगा। पीएम नरेंद्र मोदी आज दोपहर वर्चुअली इन प्रोजेक्ट्स के उद्घाटन और शिलान्यास कार्यक्रम में शामिल होंगे।