शिरोमणि अकाली दल की कार्यसमिति की बैठक में अध्यक्ष सुखबीर बादल का इस्तीफा मंजूर कर लिया गया है. सुखबीर बादल ने 16 नवंबर को ही अपने पद से इस्तीफा दे दिया था.
तब कुछ कारणों की वजह से इस्तीफा मंजूर नहीं किया गया था. 20 जनवरी से पार्टी का सदस्यता अभियान शुरू होगा, जो कि 20 फरवरी तक चलेगा. इसके बाद 1 मार्च को अकाली दल के अध्यक्ष पद के लिए चुनाव होगा. संगठनात्मक चुनाव से पहले 25 लाख मेंबर बनाए जाने हैं.
दरअसल, अकाल तख्त ने 2007 से 2017 तक पंजाब में शिरोमणि अकाली दल और उसकी सरकार द्वारा की गई गलतियों के लिए सुखबीर बादल व अन्य नेताओं को धार्मिक सजा सुनाई थी. साथ ही पार्टी की कार्यसमिति को पार्टी प्रमुख के रूप में बादल व अन्य नेताओं के इस्तीफे स्वीकार करने का भी निर्देश दिया था.
5 साल पहले मुझे बड़ी जिम्मेदारी दी गई थी
इस्तीफा मंजूर होने के बाद सुखबीर बादल ने कहा कि 5 साल पहले उन्हें बड़ी जिम्मेदारी सौंपी गई थी. इसके बाद वो आज इस खास वजह से ये अनुरोध करने आए थे कि उनका इस्तीफा स्वीकार कर लिया जाए. बादल ने कहा कि पार्टी अध्यक्ष रहते हुए उन्होंने दिल से काम किया.
अब शिरोमणि अकाली दल को मिलेगा नया अध्यक्ष
कार्यसमिति के लिए सुखबीर सिंह बादल का इस्तीफा स्वीकार करना अनिवार्य था, क्योंकि अकाल तख्त साहिब के आदेश के बाद इस्तीफा स्वीकार करने के अलावा कोई अन्य विकल्प नहीं था.
पार्टी अध्यक्ष के रूप में सुखबीर सिंह बादल का कार्यकाल 14 दिसंबर को समाप्त हो गया. अब नए सिरे से अध्यक्ष पद के लिए चुनाव की प्रक्रिया शुरू होगी.
सजा काटने के दौरान बादल पर हुआ था हमला
4 दिसंबर को सुबह 9:30 बजे स्वर्ण मंदिर परिसर में सुखबीर सिंह बादल दरबान बनकर सजा काट रहे थे. तभी एक शख्स ने सुखबीर बादल को देखते ही अपने कदम धीमे किए और जेब से पिस्टल निकालकर उनकी तरफ गोली चलाई. हालांकि, एक सिक्योरिटी गार्ड ने उसी वक्त उसके हाथ हो घुमा दिया और उसको पकड़ लिया. इससे सुखबीर बादल बाल-बाल बच गए थे.