दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या पर छत्रसाल स्टेडियम में आयोजित समारोह में राष्ट्रीय ध्वज फहरा कर दिल्ली और देशवासियों को बधाई दी। इस दौरान उन्होंने कहा कि उनकी सरकार रामराज्य से प्रेरणा लेकर चल रही है।
दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने गुरुवार को गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या पर छत्रसाल स्टेडियम में आयोजित गणतंत्र दिवस समारोह में राष्ट्रीय ध्वज फहराया। इसके बाद सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा, ‘अयोध्या में भगवान श्रीराम की प्राण प्रतिष्ठा हो गई है। हम कोशिश करेंगे कि आने वाले समय में ज्यादा से ज्यादा लोगों को अयोध्या दर्शन कराने के लिए लेकर जाएं।’
उन्होंने कहा, ‘रामराज्य की अवधारणा से प्रेरणा लेकर हम दिल्ली में सरकार चला रहे हैं। इसके लिए हमारी सरकार 10 सिद्धांतों पर काम कर रही है। दिल्ली में कोई भूखा नहीं सोना चाहिए, इसके लिए हमारी सरकार गरीबों को फ्री राशन और बेघरों को रैन बेसेरों में छत व खाना मुहैया करा रही है। सभी को हम एक समान व अच्छी शिक्षा और स्वास्थ्य सुविधाएं, फ्री व 24 घंटे बिजली के साथ गरीबों को मुफ्त पानी दे रहे हैं, बुजुर्गों को तीर्थयात्रा करा रहे हैं।’
बिजली, पानी, शिक्षा, स्वास्थ्य, महिलाओं का बसों में सफर और तीर्थयात्रा मुफ्त होने की वजह से पूरे देश में आज सबसे कम महंगाई दिल्ली में है। हमारा मानना है कि हमें ऐसी शासन व्यवस्था कायम करनी चाहिए, जिसमें सबको बराबरी का हक व अवसर मिले और सभी आपस में प्यार से रहें।
मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या पर गुरुवार को छत्रसाल स्टेडियम में आयोजित समारोह में राष्ट्रीय ध्वज फहराया। गणतंत्र दिवस समारोह की शुरूआत ‘वंदेमातम्’ गीत के साथ हुई। इस दौरान सीएम ने परेड की सलामी ली और पूरा स्टेडियम भारत माता के जयकारे से गूंज उठा। परेड कमांडर के अनुरोध पर सीएम अरविंद केजरीवाल ने खुली जीप में सवार होकर विभिन्न परेड टीमों का निरीक्षण किया। जिसमें दिल्ली पुलिस, दिल्ली होम गार्ड, दिल्ली फायर सर्विस, एनसीसी, दिल्ली सरकार के स्कूलों के बच्चों के दल समेत अन्य दल शामिल थे।
देश को सुरक्षित रखने वाले सभी लोगों को हम सलाम करते हैं- सीएम केजरीवाल
सीएम अरविंद केजरीवाल ने भारत माता की जय और इंकलाब के जयकारे के साथ गणतंत्र दिवस समोराह को संबोधित किया। उन्होंने दिल्ली और देशवासियों को गणतंत्र दिवस की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि आज गणतंत्र दिवस के अवसर पर हम उन सभी स्वतंत्रता सेनानियों को सलाम करते हैं, जिन्होंने बड़ी से बड़ी शहादत देकर हमारे देश को आजादी दिलाई।
आज हम अपने उन सभी जाबाज सैनिकों को सलाम करते हैं जिन्होंने आजादी के बाद 75 साल हमारे देश की सीमा पर अपनी जान की बाजी लगाकर लोगों की रक्षा की। हम उन किसानों, मजदूरों, उद्योगपतियों और व्यापारियों, वैज्ञनिकों, महिलाओं और युवाओं को भी सलाम करते हैं, जिन्होंने इन 75 साल में देश का विकास करने के लिए अपना योगदान दिया।
भगवान श्रीराम के संदेश को जीवन में ढालने की कोशिश करनी चाहिए- केजरीवाल
सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा कि अभी 22 जनवरी को अयोध्या में श्रीरामलला की प्राण प्रतिष्ठा की गई। यह पूरे देश और विश्व के लिए एक बेहद गर्व, खुशी और बधाई की बात थी। चारों तरफ लोगों ने खूब उत्सब मनाया। एक तरफ जहां हमें श्री रामचंद्र जी की भक्ति करनी है, वहीं, दूसरी तरफ हमें उनके जीवन से प्रेरणा लेकर उनके संदेश को अपने जीवन में ढालने की कोशिश करनी है। उनका जीवन बेहद प्रेरणादायी है। उनके जीवन से हमें कई किस्से मिलते हैं जो हमें बड़े से बड़े त्याग, प्यार और मोहब्बत का संदेश देते हैं।
भगवान श्रीराम जाति को नहीं मानते थे-अरविंद केजरीवाल
सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा कि भगवान राम जाति को नहीं मानते थे, वो जाति के आधार पर भेदभाव नहीं करते थे। जब भगवान राम वनवास गए तो चारों तरफ ये बात फैल गई कि वो वनवास आए हैं। बड़े-बड़े राजा उनके दर्शन करना चाहते थे, वहीं वन में एक माता शबरी रहती थीं, वो एक छोड़ी जाति से आती थीं और छुआछूत से प्रताड़ित थी।
माता शबरी भगवान राम की परम भक्त थी, भगवान राम बड़े-बड़े राजाओं को दर्शन देने के लिए उनके महलों में नहीं गए लेकिन गरीब शबरी की झोपड़ी में उसे दर्शन देने के लिए गए। उन्होंने माता शबरी के जूठे बेर खाए और कहा कि उन्होंने जीवन भर कभी इतना अच्छा आहार नहीं खाया। कोई मेरा भक्त प्यार से जो भी खिलाएगा वो मुझे मंजूर है। भगवान राम ऐसे थे, जो जाति के आधार पर कोई भेदभाव नहीं करते थे। आज हमारा समाज जाति के आधार पर पूरा बंटा हुआ है।